Loading election data...

तमिल फिल्म Koozhangal की ऑस्कर 2022 में भारत की ओर से आधिकारिक इंट्री, ऐसी है कहानी

फिल्म निर्माता विनोथराज की पहली तमिल फिल्म कूझंगल (Koozhangal) को 94वें ऑस्कर 2022 के लिए भारत की ओर से आधिकारिक इंट्री के रूप में चुना गया है. फिल्म एक शराबी और प्रताड़ित करनेवाले पति की कहानी को दर्शाती है

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 23, 2021 7:26 PM
an image

फिल्म निर्माता विनोथराज की पहली तमिल फिल्म कूझंगल (Koozhangal) को 94वें ऑस्कर 2022 के लिए भारत की ओर से आधिकारिक इंट्री के रूप में चुना गया है. फिल्म एक शराबी और प्रताड़ित करनेवाले पति की कहानी को दर्शाती है, जो अपनी पीड़ित पत्नी के भाग जाने के बाद,अपने छोटे बेटे के साथ उसे खोजने और उसे वापस लाने के लिए निकल पड़ता है. इस फिल्म में चेल्लापंडी और करुथथदैयां मुख्य लीड रोल में हैं.

कूझंगल विग्नेश शिवन और नयनतारा द्वारा निर्मित है. शिवन ने ट्विटर पर फिल्म के चयन की खुशखबरी साझा की है. “यह सुनने का मौका मिला! फिल्म ऑस्कर के लिए जा रही है… हमारे जिंदगी में एक सपने के सच होने से दो कदम दूर … प्राउडर, खुश और संतुष्ट नहीं हो सकते.” उन्होंने ट्वीट किया, “इससे ज्यादा खुशी की बात कुछ और नहीं हो सकती.”

बता दें कि, कूझंगल ने इस साल की शुरुआत में 50वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव रॉटरडैम (आईएफएफआर) में सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए टाइगर अवार्ड का शीर्ष सम्मान जीता था. इसे लॉस एंजिल्स के भारतीय फिल्म महोत्सव (IFFLA) में प्रदर्शित किया गया था. 94वें अकादमी पुरस्कार 27 मार्च, 2022 को लॉस एंजिल्स में होने वाले हैं.

निर्देशक विनोथराज के इस फिल्म की पहली विशेषता यह है कि उन्होंने खुद की जीवन की एक घटना से प्रेरित होकर यह फिल्म बनाई है. उनकी बहन को उनके शराबी पति के घर से निकाल दिया गया था, और उन्हें खुद के ठिकाने के लिए मीलों पैदल चलना पड़ा था.

Also Read: ‘Antim:The Final Truth’ में राजवीर के किरदार में दिखेंगे सलमान खान,इस दिन जारी होगा ट्रेलर, देखें मोशन पोस्टर

गौरतलब है कि, हाल के वर्षों में ऑस्कर के लिए भारत की प्रस्तुतियाँ में लिजो जोस पेलिसरी की जल्लीकट्टू और जोया अख्तर की गली बॉय शामिल हैं. अब तक किसी भी भारतीय फिल्म ने ऑस्कर नहीं जीता है. आखिरी भारतीय फिल्म जिसने सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय फीचर श्रेणी में नामांकन की अंतिम सूची में जगह बनाई, वह 2001 में आशुतोष गोवारिकर की लगान थी. मदर इंडिया (1958) और सलाम बॉम्बे (1989) अन्य भारतीय फिल्में हैं जिन्होंने इसे अंतिम नामांकन में बनाया है.

Exit mobile version