The Great Indian Mystery Review: आखिर तक बांधे रखती है यह मर्डर मिस्ट्री
The Great Indian Mystery Review: द ग्रेट इंडियन मर्डर से अभिनेता अजय देवगन ने बतौर निर्माता ओटीटी पर अपनी शुरुआत की है.उनकी यह वेब सीरीज राजनायिक विकास स्वरूप की किताब सिक्स सस्पेक्टस पर आधारित है.
The Great Indian Mystery Review
वेब सीरीज- द ग्रेट इंडियन मर्डर
प्लेटफार्म- डिज्नी प्लस हॉटस्टार
निर्माता- अजय देवगन
निर्देशक-तिग्मांशु धूलिया
कलाकार- प्रतीक गांधी,रिचा चड्ढा, आशुतोष राणा, जतिन गोस्वामी, शारिब हाशमी,शशांक अरोड़ा,हिमांशी चौधरी और अन्य
रेटिंग- तीन
द ग्रेट इंडियन मर्डर से अभिनेता अजय देवगन ने बतौर निर्माता ओटीटी पर अपनी शुरुआत की है.उनकी यह वेब सीरीज राजनायिक विकास स्वरूप की किताब सिक्स सस्पेक्टस पर आधारित है.
इस वेब सीरीज की कहानी की बात करें तो एक रसूखदार नेता (आशुतोष राणा) के अय्याश बेटे विक्की (जतिन गोस्वामी) की एक पार्टी में गोली मारकर हत्या कर दी जाती है और तलाशी में पार्टी में मौजूद छह लोग बंदूक के साथ पकड़े जाते हैं.इन छहों पर हत्या के शक की सुई घूमती है लेकिन यह सीरीज एक मर्डर भर की कहानी नहीं है बल्कि एक मर्डर कैसे पूरे राज्य की राजनीति में उथल पुथल मचा जाता है. यह भी बखूबी दिखाता है.
शुरुआत में एक साधारण से मर्डर लगने वाली इस सीरीज में जैसे जैसे ट्विस्ट एंड टर्न जुड़ते जाते हैं. यह सीरीज और भी ज़्यादा एंगेजिंग बन गयी है.यह सीरीज दिल्ली से अंडमान द्वीप भारत का भ्रमण करते हुए पैसा,पावर और पॉलिटिक्स से बने गठबंधन के स्याह पक्ष को सामने लेकर आता है. जिसमें नक्सलवाद, स्टूडेंट पलिटिक्स, जातिवाद और मीडिया के रोल पर भी चर्चा हुई है.
सियासी साजिशों और दांवपेंच को दिखाने मे निर्देशक तिग्मांशु धूलिया को महारत हासिल है और उन्होंने अपनी इस खूबी का इस कहानी को कहने में बखूबी इस्तेमाल किया है.सीरीज की शुरुआत बहुत ही दिलचस्प तरीके से होती है पहले के तीन एपिसोड बहुत प्रभावी बने हैं. मुन्ना, एकती और मोहन कुमार का किरदार दिलचस्प है.मानवीय खूबियों और खामियों दोनों रंग से गढ़ा गया है .जिससे सीरीज का हर किरदार विश्वसनीय लगता हैं. कहानी वर्तमान के साथ साथ अतीत में भी आती जाती रहती है . मूल कहानी के साथ साथ कई सब प्लॉट्स भी है .हर किरदार के अनुसार एपिसोड को बांटा गया है जिससे कहानी समझने में कोई कंफ्यूजन नहीं होता है.
सीरीज की खामियों की बात करें तो मर्डर किसने किया है इसके जवाब के लिए अगले सीजन का इंतज़ार करना होगा.यह बात थोड़ी अखरती है. 9 एपिसोड में इस कहानी को पूरा कहा जा सकता था . कई सीक्वेंस बहुत लंबे खींच गए हैं. सीरीज का आखिरी एपिसोड शुरुआत के मुकाबले में थोड़ा कमज़ोर रह गया है.
अभिनय के पहलू पर गौर करें तो इस वेब सीरीज की कास्टिंग जबरदस्त है. जो इस वेब सीरीज की एक अहम यूएसपी है.जतिन गोस्वामी ने किरदार को इतनी शिद्दत के साथ निभाया है कि आपको सीरीज देखते हुए उनसे नफरत होने लगेगी.एक एक्टर के तौर पर यही उनकी जीत है. रघुबीर यादव ,आशुतोष राणा,शशांक अरोड़ा ने जानदार परफॉरमेंस दी है.
प्रतीक गांधी एक एक्टर के तौर अपनी काबिलियत को इस सीरीज से और पुख्ता करते हैं. विनीत कुमार छोटे से रोल में भी याद रह जाते हैं. रिचा चड्ढा, शारिब हाशमी,पाउली दाम सहित बाकी के किरदारों ने अपनी भूमिका के साथ न्याय किया है. अन्य पक्षों की बात करें तो संवाद कहानी के अनुरूप है.सिनेमेटोग्राफी सीरीज को बड़ा कैनवास दे जाती है क्योंकि सीरीज में असली लोकेशन्स पर ज़्यादातर शूटिंग हुई है. कुलमिलाकर यह क्राइम थ्रिलर आपको आखिर तक बांधे रखती है.