सुशांत सिंह राजपूत संग इजराइल में बिताए सात दिन जिंदगी के बेस्ट लम्हे हैं, विक्रमजीत विर्क ने क्यों कहा ऐसा
फिल्म ड्राइव में सुशांत के कोएक्टर रहे विक्रमजीत विर्क ने कहा कि जब मुझे एक्टर की मौत की खबर मिली, तो समझ ही नहीं आ रहा था कि क्या रिएक्ट करुं और जब ऐसे मेहनती इंसान,जो आपका अच्छा दोस्त भी है. वो आपको छोड़कर चला जाए, तो निश्चित तौर पर आपको बहुत दुख होता है.
अभिनेता विक्रमजीत विर्क उन चुनिंदा अभिनेताओं में से हैं, जिम्होंने छोटे परदे से अपनी शुरुआत की और वह इनदिनों लगातार हिंदी, तमिल, मलयालम और पंजाबी इन सभी भाषाओं की फिल्मों में सक्रिय हैं. विक्रमजीत कहते हैं कि मुझे लगता है कि मैंने पिछले जन्म में जरूर अच्छे कर्म किये हैं, जो मुझे इतने अलग-अलग लोगों और भाषाओं में प्रोजेक्ट करने का मौका मिला. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश…
आप कई फिल्म इंडस्ट्रीज से जुड़े हैं, किस फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े अनुभव को आप सबसे खास करार देंगे?
मुझे सबसे ज़्यादा मजा तेलुगु की फिल्मों में आता है. मुझे लगता है कि वो लोग फिल्मों को लेकर बहुत ही ज़्यादा जुनूनी होते हैं और एक अच्छी फिल्म बनाने के लिए वो लोग दिन रात एक कर देते हैं. मुझे जूनून के साथ काम करना, समय का ध्यान रखते हुए काम करना, हर एक को सम्मान देते हो काम करना बहुत पसंद है. यही वजह है कि मुझे तेलुगु फिल्मों में काम करके बहुत मज़ा आता है.
मौजूदा दौर में सोशल मीडिया पर फ़ॉलोअर्स देखकर काम मिल रहा है, इस ट्रेंड पर आपकी क्या राय है?
आप अपने काम को बहुत प्यार करते हैं. उसे जी जान से करते हैं, तो इन चीजों से आपको फर्क नहीं पड़ता है. वैसे इस बेसिस पर काम मिलने की बात को मैं गलत मानता हूं. फॉलोवर्स की संख्या ज्यादातर गलत होती है. ये बात छिपी नहीं है. वैसे हर चार-पांच साल में नए-नए तरीके आते रहते हैं. ये सब चीजें उतनी मायने नहीं रखती हैं. जितनी लोगों ने सोच ली हैं और उसको सर पर बिठा लिया है.
आप ज़्यादातर नकारात्मक किरदार में ही नजर आएं हैं, क्या आप हमेशा खलनायक ही बनना चाहते थे?
शुरुआत में तो मेरा फेवरेट था. टीवी सीरियल शोभा सोमनाथ में खलनायक की मेरी भूमिका को काफी पसंद किया गया था. मेरी पहली फिल्म खेलें हम जी जान से थी. उस फिल्म के निर्देशक आशुतोष गोवारिकर जी ने जब मुझसे पूछा था कि आप किस तरह का काम करना चाहेंगे. मैंने जवाब में कहा था कि सर नेगेटिव किरदार करना चाहूंगा. उन्होंने अपनी फिल्म में मुझे वैसा ही रोल दिया था. एक दो प्रोजेक्ट आपने कर लिया, तो फिर इंडस्ट्री में माइंडसेट बन जाता कि इसे यही रोल दिया जाना चाहिए, जो कि गलत है. अभी कुछ समय से मुझे लगता है कि मुझे हर तरह का किरदार करना है. नेगेटिव , पॉजिटिव, कॉमेडी सबकुछ. जिंदगी से टूटा हुआ इंसान बनना है और मोटिवेटेड भी.
अपने अभिनय की इस जर्नी में क्या आप आर्थिक तंगी से भी गुजरे?
जीवन जीने के लिए आवश्यकताएं होती हैं. मैं एक साधारण जीवन जीना चाहता हूं, इसलिए मुझे कभी ज़्यादा की जरूरत नहीं हुई. मैंने मॉडलिंग से अपनी शुरुआत की थी. उसके बाद फिल्मों में काम करना शुरू किया. अच्छी बात ये है कि एक बार मैंने काम करना शुरू किया तो मैं लगातार अलग-अलग भाषाओं में ही सही काम करता रहा हूं, तो पैसों की दिक्कत नहीं हुई.
आपने कई बड़े स्टार्स के साथ काम भी किया है, क्या किसी के साथ आपकी दोस्ती है ?
साउथ में अनुष्का शेट्टी और राणा डुग्गुबती मेरे अच्छे दोस्त हैं, बॉलीवुड में सुशांत सिंह राजपूत से फिल्म ड्राइव के वक़्त अच्छी दोस्ती हो गयी थी.
सुशांत आपके दोस्त थे और आपकी तरह आउटसाइडर भी, ऐसे में सुशांत की मौत की खबर आपके लिए कितनी मुश्किल थी?
उन दिनों मैं अपने गांव करनाल में था, क्योंकि लॉकडाउन था. मुझे उस घटना से उबरने में समय लगा था कि वाकई ऐसा कुछ हुआ है या नहीं. समझ ही नहीं आ रहा था कि क्या रिएक्ट करुं और जब ऐसे मेहनती इंसान,जो आपका अच्छा दोस्त भी है. वो आपको छोड़कर चला जाए, तो निश्चित तौर पर आपको बहुत दुख होता है. ये चीज़ें कहीं ना कहीं आपको अंदर तक हिला देती हैं. मेरे साथ भी वही हुआ था. मुझे बहुत समय लगा था. आज भी यकीन नहीं है कि वों आत्महत्या कर सकता है. वो अपने काम को लेकर बहुत जूनूनी था.
सुशांत सिंह राजपूत के साथ फिल्म ड्राइव से जुडी आपकी क्या यादें रही हैं
ड्राइव में बहुत अच्छा माहौल था. उस फिल्म में एक गाना था मखना, वो गाना हमने इजराइल में शूट किया था. वो पहली बार था, जब कोई इंडियन फिल्म इजराइल में शूट हुई थी. सुशांत और मैं ड्राइव की शूटिंग के दौरान बहुत अच्छे दोस्त बने थे. शूटिंग इजराइल में छह से सात दिनों तक चली थी. वो मेरे कैरियर का अब तक का सबसे बेस्ट अनुभव था, जो गाने में हमने ज़िंदगी दिखाई थी, वो असल में हमने जिया है. हर पल को हमने एन्जॉय किया था. शूटिंग में वैसी लाइफ और माहौल मुझे कभी नहीं मिला था.
धर्मा प्रोडक्शन से क्या उसके बाद कोई फिल्म ऑफर हुई?
एक दो बार ऑफर हुआ, लेकिन अच्छा कुछ ऑफर नहीं हुआ तो मैंने नहीं किया. जो काम मुझे पसंद है , मैं वहीं करना चाहता हूं बड़े स्टार को करोड़ मिलते हैं और हम जैसे एक्टर्स को पांच हज़ार भी देना लोगों को मुश्किल लगता है. ऐसे में मैं सिर्फ बैनर देखकर कोई प्रोजेक्ट नहीं करता हूं.
आपके आनेवाले प्रोजेक्ट्स
रवीना टंडन की वेब सीरीज कर्मा कालिंग हॉटस्टार पर जो आएगी, उसमें मेरी भी रोचक भूमिका है. इसके अलावा साउथ के स्टार पवन कल्याण के साथ एक फिल्म कर रहा हूं.