पॉपुलर प्लेबैक सिंगर वाणी जयराम का निधन, मनोरंजन जगत में शोक की लहर

Veteran Singer Vani Jayaram Passes Away: मशहूर प्लेबैक सिंगर वाणी जयराम का निधन हो गया है. वह चेन्नई में अपने घर में मृत पाई गई हैं. उनके निधन की खबर सुन सिनेमा जगत में शोक की लहर दौड़ गई है. रिपोर्ट्स की मानें तो उनके माथे पर चोट थी. वाणी जयरामवह 78 साल की उम्र में अंतिम सांस ली.

By Ashish Lata | February 4, 2023 3:39 PM

Veteran Singer Vani Jayaram Passes Away: राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता प्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर वाणी जयराम, जिन्हें हाल ही में भारत में तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण प्राप्त करने की घोषणा की गई थी, का निधन हो गया है. गायिका का चेन्नई में हैडोस रोड, नुंगमबक्कम में उनके घर पर निधन हुआ. रिपोर्ट्स की मानें तो उनके माथे पर चोट थी. वाणी जयरामवह 78 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. उनके निधन की खबर सुनकर फिल्म जगत में शोक का मौहोल है. इधर तमिलनाडु पुलिस कर्मी गायिका के आवास पर पहुंचे, जिनका चेन्नई में उनके आवास पर निधन हो गया.

पद्म भूषण से किया गया था सम्मानित

वाणी जयराम ने विभिन्न उद्योगों के कुछ सबसे बड़े संगीतकारों के साथ सहयोग किया और सदाबहार चार्टबस्टर्स दिए. प्रतिभाशाली गायिका के पास तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, हिंदी, उर्दू, मराठी, बंगाली, भोजपुरी, तुलु और उड़िया में कई गाने हैं. उन्होंने देश और दुनिया भर में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया है. उल्लेखनीय है कि उन्होंने तीन बार सर्वश्रेष्ठ महिला प्लेबैक सिंगर का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता है. उन्हें तमिलनाडु, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, केरल, गुजरात और ओडिशा से राज्य पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं. वाणी जयराम ने हाल ही में एक प्रोफेशनल सिंगर के रूप में 50 साल पूरे किए हैं और 10,000 से अधिक गाने रिकॉर्ड किए हैं. उन्होंने एमएस इलैयाराजा, आरडी बर्मन, केवी महादेवन, ओपी नैय्यर और मदन मोहन सहित अन्य प्रसिद्ध संगीतकारों के साथ काम किया है.


8 साल की उम्र से ही काम कर रही हैं वीणा

वाणी का जन्म तमिलनाडु के वेल्लोर में कलैवनी के रूप में हुआ था. उनके माता-पिता दुरईसामी अयंगर-पद्मावती, जो रंगा रामुनाजा अयंगर के अधीन प्रशिक्षित थे. वाणी कौो कदलूर श्रीनिवास अयंगर, टी. आर. बालासुब्रमण्यम और आर. एस. मणि के मार्गदर्शन में एक सिंगिंग की क्लास दी गई थी. 8 साल की उम्र में, उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो, मद्रास में अपना पहला सार्वजनिक प्रदर्शन दिया. वाणी को फिल्म गुड्डी (1971) से सफलता मिली. देसाई ने वाणी को फिल्म में तीन गाने रिकॉर्ड करने की पेशकश की, जिसमें जया बच्चन की मुख्य भूमिका वाला गाना “बोले रे पापिहारा” एक टॉक-ऑफ-द-टाउन गीत बन गया और उसे तुरंत पहचान मिली.

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