वीर दास और नेटफ्लिक्स के खिलाफ मुंबई में FIR दर्ज, कॉपीराइट नियमों के उल्लंघन का लगा आरोप

दक्षिणपंथी समूह हिंदू जनजागृति समीति सोमवार को वीर दास के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. वीर दास के खिलाफ बेंगलुरु पुलिस से दास के शो को रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि यह हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करेगा. वीर दास का ये शो 10 नवंबर को बेंगलुरू में होने वाला है.

By Budhmani Minj | November 8, 2022 3:47 PM

मुंबई पुलिस ने एक निर्माता की शिकायत के बाद ‘‘कॉपीराइट” नियमों के उल्लंघन के आरोप में हास्य अभिनेता वीर दास, दो अन्य व्यक्तियों तथा ओटीटी मंच नेटफ्लिक्स के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. निर्माता अश्विन गिडवानी ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा है कि अक्टूबर 2010 में उनकी कंपनी ने एक शो के निर्माण के लिए दास के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे.

कुछ बदलावों के साथ कंटेंट को वैसा ही रखा गया ह

कफ परेड थाने के एक अधिकारी ने कहा कि शिकायत के अनुसार, जनवरी 2020 में, जब गिडवानी ने नेटफ्लिक्स पर दास के एक नये शो का टीजर देखा, तो निर्माता ने पाया कि कुछ सामग्री को (2010 के) पिछले शो से कथित तौर पर कुछ बदलावों के साथ जस का तस लिया गया था.

इस मामले में अभी तक किसी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया गया है

अधिकारी ने कहा, ‘‘गिडवानी की शिकायत के आधार पर चार नवंबर को दास, दो अन्य व्यक्तियों और नेटफ्लिक्स सेवा के खिलाफ कॉपीराइट अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था.” उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी तक किसी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया गया है, और मामले के संबंध में जांच की जा रही है.

Also Read: Dharavi Bank Trailer: खतरनाक गैंगस्टर के किरदार में दिखे सुनील शेट्टी, क्या विवेक ओबेरॉय दे पायेंगे पटखनी
हिंदू जनजागृति समीति ने भी दर्ज कराई शिकायत

वहीं दक्षिणपंथी समूह हिंदू जनजागृति समीति सोमवार को वीर दास के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. ‘हिंदू जनजागृति समिति’ ने दास के खिलाफ बेंगलुरु पुलिस से दास के शो को रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि यह हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करेगा. वीर दास का ये शो 10 नवंबर को बेंगलुरू में होने वाला है. पिछले साल पुलिस ने दास के खिलाफ उनके एक वीडियो को लेकर शिकायतें दर्ज की थीं. इसके बाद हास्य कलाकार ने एक बयान जारी कर कहा था कि उनकी टिप्पणियां देश का अपमान करने के इरादे से नहीं की गई थीं.

पीटीआई भाषा से इनपुट

Next Article

Exit mobile version