फिल्म ‘OMG 2’ 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही हैं जिसे लेकर फैंस काफी उत्साहित हैं. इस फिल्म में अक्षय के साथ पंकज त्रिपाठी और यामी गौतम भी मुख्य भूमिका में हैं. इस फिल्म में यामी एक वकील की भूमिका में हैं, जो अपने किशोर बेटे के लिए लड़ती है. यामी का यह किरदार काफी महत्वपूर्ण होगा.
अभिनेता अक्षय कुमार और पंकज त्रिपाठी इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म ‘OMG 2’ को लेकर चर्चा में हैं. आपको बता दें कि फिल्म ‘OMG 2’ इस शुक्रवार को रिलीज होने जा रही है वही सेंसर बोर्ड ने फिल्म ‘OMG 2’ में 27 कट लगाए हैं और कई बदलाव करने के बाद इसे A सर्टिफिकेट दिया है. फिल्म मेकर विवेक अग्निहोत्री जो कि सेंसर बोर्ड का भी हिस्सा हैं, उन्होंने अब OMG-2 में CBFC द्वारा किए गए बदलावों पर अपना रिएक्शन दिया है,उन्होंने बताया कि अभी तक फिल्म नहीं देखी है.
‘OMG 2’ इन दिनों चर्चा में तो चल ही रही है वही फिल्म को यू/ए सर्टिफिकेट मिलेगा या नहीं, इस पर हफ्तों की अटकलों के बाद, फिल्म को 27 कट्स के साथ ए सर्टिफिकेट दिया गया हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार निर्माता यूए प्रमाण पत्र चाहते थे क्योंकि उनकी फिल्म यौन शिक्षा के बारे में है और इसका उद्देश्य किशोरों को एजुकेट करना है, हालांकि, फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज़ करने के लिए अंततः उन्हें ए प्रमाणपत्र से समझौता करना पड़ा.
इस मूवी में यामी गौतम एक वकील की भूमिका में हैं, जो अपने किशोर बेटे के लिए लड़ती है. यामी का यह किरदार काफी मजेदार होने वाला हैं. यामी गौतम अपनी कई फिल्मों को लेकर चर्चा में रही हैं, जिनमें उनके किरदार और एक्टिंग को लोगों ने सराहा है. सनम रे, बदलापुर और सरकार 3 जैसी फिल्में इसका उदाहरण हैं.
फिल्म ‘OMG 2’ शुक्रवार को रिलीज होने जा रही है. जिसमें अक्षय कुमार भगवान शिव के दूत का किरदार निभा रहे हैं. आपको बता दें कि फिल्म में अक्षय कुमार को पहले भगवान शिव का रोल दिया गया था जिसे अब हिंदू भगवान के दूत के रूप में बदल दिया गया है.
अक्षय कुमार और पंकज त्रिपाठी स्टारर फिल्म ‘OMG 2’ स शुक्रवार को रिलीज होने जा रही है. सेंसर बोर्ड ने फिल्म में 27 कट लगाने और कई छोटे-बड़े बदलाव करने के बाद इसे A सर्टिफिकेट भी दिया है. फिल्म के बारे में बात करते हुए विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि फिल्म में जितने कट लगाये गये और जिस तरह के बदलाव किये गये हैं उनसे मैं सहमत नहीं हूं. सीबीएफसी पर कुछ भी करने के लिए दबाव नहीं डाला जाना चाहिए. जो कुछ भी हो रहा है, वह सामाजिक और धार्मिक दबावों के कारण हो रहा है. उन्होंने कहा कि उन्हें यह समझ नहीं आ रहा है कि एक फिल्म को 27 कट लगाने के लिए क्यों कहा जाना चाहिए और आश्चर्य है कि सीबीएफसी को यह निर्णय क्यों लेना चाहिए.
आपको बता दे कि इस फिल्म में हेमंत चौधरी भी हैं. जो एक टीचर की भूमिका निभा रहे हैं, एक्टर इस फिल्म में सेक्स एजुकेशन को लेकर लोगों को जागरूक करने की कोशिश करते हैं. हेमंत कहते है कि यौन शिक्षा अभी समाज के लिए एक टैबू है. लेकिन हमें इसे स्वीकार करना होगा.