विवेक अग्निहोत्री की टीम ने फिल्म ‘कोविड’ के लिए कर रही है ग्राउंड रिसर्च, निर्देशक ने किया खुलासा
विवेक अग्निहोत्री आईएमबुद्धा और टीम एक साल से इस पर शोध और अध्ययन कर रहे हैं और अब सभी वैलिड डाक्यूमेंट्स के साथ तैयार हैं न कि फिल्म के साथ.
इंडस्ट्री की पावरफुल फीमेल प्रोड्यूसर पल्लवी जोशी और साहसी फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री की आईएमबुद्धा ने हमेशा रिसर्च बेस्ड फिल्में बनाने पर फोकस किया है. उनकी फिल्म ‘द ताशकंद फाइल्स’ जो ढाई घंटे तक एक लॉजिकल बहस पर आधारित थी, इसके रिसर्च में भी बहुत समय और प्रयास लगा था. इसी तरह द कश्मीर फाइल्स जो अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय परिवारों से बातचीत और सबूतों पर आधारित थी. वह भी एक साल के स्टडी और रिसर्च पर बेस्ड थी.
कई भारतीय वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने वैक्सीन बनाने में दिया अहम योगदान
अब हमारे साथ हमारा देश भी पिछले दो सालों में एक ट्रामा से गुजर रहा है. जहां दुनिया अभी भी एक फार्मूला बनाने के लिए संघर्ष कर रही थी, भारत वैक्सीन के साथ सफलता हासिल करने वाले कुछ देशों में से एक बनकर सामने आई है. कई भारतीय वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने वैक्सीन बनाने के लिए अपना खून-पसीना एक कर दिया.
एक साल से इस पर शोध कर रहे हैं
विवेक अग्निहोत्री आईएमबुद्धा और टीम एक साल से इस पर शोध और अध्ययन कर रहे हैं और अब सभी वैलिड डाक्यूमेंट्स के साथ तैयार हैं न कि फिल्म के साथ.
Our team at @i_ambuddha is researching on how India fought COVID for almost a year+. We discovered details which can make any human proud of our scientists & leadership. I fail to understand why our media doesn’t do such research & make youth proud of Bharat? Isn’t it their job?
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) November 21, 2022
अब हम एक साल के रिसर्च के साथ तैयार हैं
सोशल मीडिया पर इसे शेयर करते हुए विवेक अग्निहोत्री ने लिखा, ‘जब हमारा देश महामारी के दौरान संघर्ष कर रहा था, तब हम हर उस चीज पर शोध करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे जो गलत हो गई थी. अब हम एक साल के रिसर्च के साथ तैयार हैं, 52 लोग जो इसे एक्जीक्यूट करने में अपना दिन और रात एक कर चुके हैं और इसे 8000 पेज में समअप किया हैं. “हमारी टीम”.
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हमारे वैज्ञानिकों और नेतृत्व पर गर्व कर सकते हैं
उन्होंने आगे कहा, आईएमबुद्धा इस पर रिसर्च कर रही है कि कैसे भारत ने लगभग एक साल से भी ज्यादा समय तक COVID से लड़ाई लड़ी. हमने ऐसे विवरण खोजे हैं जो किसी भी इंसान को हमारे वैज्ञानिकों और नेतृत्व पर गर्व कर सकते हैं. मुझे समझ में नहीं आता कि हमारा मीडिया ऐसी रिसर्च क्यों नहीं करती और युवाओं को भारत पर गर्व हो? क्या यह उनका काम नहीं है?” यह साल विवेक अग्निहोत्री द्वारा इस परियोजना में की गई सभी कड़ी मेहनत का परिणाम रहा है, भारतीय फिल्म निर्माता ने द कश्मीर फाइल्स की सफलता का आनंद लिया है जिसने पूरे देश का ध्यान खींचा और साल 2022 में बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छी कमाई की.