22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

She Review: देखने से पहले जानें कैसा है इम्तियाज अली का डिजिटल डेब्यू

Imtiaz Ali ने अपना डिजिटल डेब्यू नेटफ्लिक्स ऑरिजिनल वेब सीरीज 'शी' के साथ कर लिया है.

She Review (Netflix): फिल्ममेकर इम्तियाज अली (Imtiaz Ali) ने अपना डिजिटल डेब्यू नेटफ्लिक्स ऑरिजिनल वेब सीरीज ‘शी’ के साथ कर लिया है. इस वेब सीरीज को उन्होंने सिर्फ लिखा है और डायरेक्ट आरिफ अली और अविनास दास ने किया है.

वेब सीरीज की कहानी एक सीनियर पुलिस कॉन्स्टेबल भूमिका परदेशी की है. भूमिका के हालात कुछ खास नहीं हैं. भूमिका का पति उसे शारीरिक संबंधों की वजह से तलाक देने जा रहा है. वहीं, उसकी बहन उससे ज्यादा खूबसूरत है और जिससे वह जलन महसूस करती है. भूमिका की मां भी है, जो हमेशा बीमार रहती है. यह एक टीपिक्ल फिल्मी बैकाग्राउंड-सा लगता है, लेकिन स्क्रीन पर पुलिस कॉन्स्टेबल की स्थिति काफी रियल लगती है.

भूमिका की लाइफ में बदलाव तब आता है, जब एसीपी फर्नाडिस उसे एक सीक्रेट ऑपरेशन पर लगा देता है. इसके बाद भूमिका के लिए खुद के मायने बदलने लगते हैं. ‘सस्या’ को पकड़वाने के बाद भूमिका को वापस अडंरकवर ऑपरेशन में भेजा जाता है. इस बार उसे ‘सस्या’ के बॉस और एशिया के बड़े स्मग्लर ‘नायक’ को पकड़ने का टॉस्क मिला है. क्या भूमिका उसे पकड़ पाती है, यह जानने के लिए आपको सीरीज देखनी पड़ेगी.

इस वेब सीरीज में एक्टर विजय वर्मा (सस्या) ने कमाल का अभिनय किया है. उन्होंने ना सिर्फ भाषा पर शानदार पकड़ बनाई है, बल्कि अपने किरदार को पूरी तरह से निभाया है. इससे पहले विजय वर्मा नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज ‘घोस्ट स्टोरीज़’ में जोया अख़्तर वाले पार्ट में नजर आ चुके हैं. भूमिक परदेशी का किरदार निभाने वाली अदिति पोहंकर ने भी उम्दा काम किया है. एक घरेलू लड़की ड्यूटी करते करते खुद से प्यार करने लगती है.

सीरीज के आखिरी दो एपीसोड में आकर कहानी का असली विलेन सामने आता है. लेकिन तब तक दर्शक का मन ऊबने लगता है. नायक के किरदार में कन्नड़ कलाकार किशोर कुमार साउथ के मशहूर विलेन रहे रघुवरन की याद दिलाते हैं.

सीरीज की सबसे बड़ी कमजोर कड़ी है इसका पुलिस की कार्यशैली वाला ट्रैक. न तो एसीपी के किरदार में विश्वास भरोसा जगा पाते हैं और न ही परितोष संड उनके सीनियर के किरदार में. साकिब अयूब का किरदार भी कायदे से गढ़ा नहीं गया है. छोटी बहन बनी शिवानी रंगोले जरूर जब भी कहानी में आती है कुछ कर दिखाने की उम्मीद जगाती है, पर किरदार इतना कमजोर है कि कलाकार उभर नहीं पाता. हालांकि पूरा सीजन काफी कमजोर है और दर्शकों को आखिर तक बांधे रखने में नाकामयाब है. इसे देखने के लिए काफी धैर्य की जरुरत है.

वहीं, वेब सीरीज में कलाकारों ने जिस हिसाब से भाषा और संवाद पर पकड़ बनाई है, वह बेहतरीन लगता है. इसके तकनीकी पक्ष भी अच्छे हैं और आर्ट डायरेक्शन काफी शानदार है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें