Sacred Games साल 2018 में रिलीज हुई क्राइम ड्रामा वेब सीरीज है, जिसका निर्देशन अनुराग कश्यप ने किया था. सीरीज में सैफ अली खान, पंकज त्रिपाठी और नवाजुद्दीन सिद्दीकी जैसी कलाकार अहम भूमिका निभाते नजर आए थे. लेकिन क्या आप जानते हैं इस सुपरहिट सीरीज में सैफ अली खान के बजाय किस एक्टर को मेकर्स ने पहले किया था फाइनल. यह और कोई नहीं विजय वर्मा हैं, जो इन दिनों अपनी हाल ही में रिलीज हुई IC 814 में पायलट बनकर, जमके सुर्खियां बटोर रहे हैं.
विजय वर्मा ने इंडियन एक्सप्रेस के इंटरव्यू में क्या कहा?
विजय वर्मा के लिए यह फिल्म मिल का पत्थर साबित हो सकती थी. लेकिन मेकर्स ने उन्हें फाइनल करने के बाद अचानक से ड्रॉप आउट कर दिया था. इसके बारे में उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस के इंटरव्यू में खुलासा किया था. उन्होंने कहा कि, “‘गली बॉय’ से ठीक पहले तक मेरे पास कोई ऑफर नहीं होते थे. कास्टिंग डायरेक्टर्स को मुझपर यकीन तो था मगर बहुत लंबे समय तक मुझे मौके ही नहीं दिए जाते थे. कुछ ऑडिशन में, मैं वेटिंग लिस्ट में था. मैं पहले टॉप-5 और फिर टॉप-2 में पहुंचा और फिर मुझे लॉक कर दिया गया. लेकिन फिर मुझे बाहर कर दिया गया.”
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कॉस्ट्यूम का नाप तक दे दिया, मगर बाहर कर दिया
उन्होंने आगे कहा कि, “मुझे ‘सेक्रेड गेम्स’ के लिए फाइनल किया गया था. मैंने अपना कॉस्ट्यूम का नाप भी दे दिया था, पर फिर भी मुझे प्रोजेक्ट से ड्रॉप कर दिया. तो इस तरह की चीजें होती हैं. लेकिन मैंने अपने अंदर कहीं न कहीं विश्वास बनाए रखा. ‘गली बॉय’ के बाद काम मिलना शुरू हुआ, लेकिन मुझे लगता है कि मैं काम के लिए इतना भूखा था कि फिल्म के बाद मैंने बहुत काम ले लिया.”
गली बॉय के बाद हुई नेगेटिव रोल्स की बौछार
विजय वर्मा को इंडस्ट्री ने उन्हें स्टीरियोटाइप कर दिया था. गली बॉय के बाद उन्हें कई नेगेटिव रोल्स मिले. आलिया भट्ट की फिल्म ‘डार्लिंग’ में उन्होंने एक टॉक्सिक पति का किरदार निभाया था. जबकि, सोनाक्षी सिन्हाकी फिल्म ‘दहाड़’ में एक सीरियल किलर के रूप में नजर आए थे. इस पर एक्टर ने बात करते हुए इंटरव्यू में कहा था कि, ‘जब ‘डार्लिंग्स’ हुई, मैं खुद को इस रोल में इमेजिन नहीं कर पा रहा था और फिर कई ऐसे किरदार मिले जिसमें मैं बुरी तरह भयानक, डरावने और खूंखार मर्दों का किरदार निभा रहा था. मेरे अंदर एक हिस्सा था जो ये स्टीरियोटाइप तोड़ना चाहता था लेकिन मैं शायद खुद से ये नहीं कर सकता था. मुझे फिल्ममेकर्स से बहुत सपोर्ट मिला, जिन्होंने कहा कि उन्होंने मुझे इस तरह से देखा है और मुझे कुछ नया ऑफर करना चाहते थे.’
विजय वर्मा ने आगे कहा कि, ‘अगर किसी ने सिर्फ ‘डार्लिंग्स’ और ‘दहाड़’ देखी है तो वो कभी नहीं सोचेगा कि मुझसे कोई बहुत अच्छा किरदार करवाया जा सकता है. इंडस्ट्री बहुत रहस्यमयी तरीके से काम करती है, जब उन्हें आप में पोटेंशियल दिखता है, तो वो आपको अपनी दूसरी साइड दिखाने का मौका भी देते हैं. मैंने कोई स्टीरियोटाइप नहीं तोड़ा, क्योंकि मैंने कोई स्टीरियोटाइप बनाया ही नहीं. उन्होंने ही बनाया, उन्होंने ही तोड़ा.’