राम मंदिर की पहली ईंट किसने रखी? अगर नहीं पता तो अभी देखें कामेश्वर चौपाल पर बनी ये फिल्म

अयोध्या राम मंदिर आंदोलन में बिहार के कामेश्वर चौपाल ने भी अहम योगदान दिया है. 9 नवंबर 1989 को राम मंदिर की पहली आधारशिला रखने वाले कामेश्वर चौपाल ही थे. कामेश्वर चौपाल की जीवनी पर फिल्म बनी है, जिसका नाम है "695". बिहार के सुपौल के रहने वाले रामभक्त कामेश्वर चौपाल एक दलित परिवार से आते हैं.

By Jaya Bharti | January 19, 2024 5:10 PM
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मुंबई, नागेश्वर: अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बन रहा है. बहुप्रतिक्षित श्रीराम मंदिर में रामलला विराजमान हो चुके हैं. 22 जनवरी 2024 को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इस समारोह को लेकर पूरे देश में उल्लास है. अयोध्या राम मंदिर का सपना दशकों तक चले आंदोलन के बाद पूरा हो रहा है. बहुत कम लोग ही जानते हैं कि इस आंदोलन में बिहार के कामेश्वर चौपाल ने भी अहम योगदान दिया है. 9 नवंबर 1989 को राम मंदिर की पहली आधारशिला रखने वाले कामेश्वर चौपाल ही थे. कामेश्वर चौपाल की जीवनी पर फिल्म बनी है, जिसका नाम है “695”. बिहार के सुपौल के रहने वाले रामभक्त कामेश्वर चौपाल एक दलित परिवार से आते हैं. डायरेक्टर योगेश भारद्वाज द्वारा बनाई गई फिल्म 695 आज (19 जनवरी 2024) को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है, जिसमें अभिनेता गौरी शंकर, रामभक्त कामेश्वर चौपाल के किरदार में हैं.

क्या कहते हैं अभिनेता

मालूम हो कि 1989 में रामभक्त कामेश्वर चौपाल ने ही अयोध्या के राम मंदिर की पहली ईंट रखी थी. फिल्म 695 में कामेश्वर चौपाल का किरदार निभा रहे अभिनेता गौरी शंकर ने कहा कि वह काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि उन्हें रामभक्त चौपाल जी का रोल अदा करने का अवसर मिला. अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण पर ना सिर्फ देश बल्कि पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हैं. गौरी शंकर कहते हैं, “मेरे पिताजी का सपना था कि मैं एक स्टार बनूं, और देश-विदेश में उनका नाम रोशन करूं. आज इतना बड़ा असवर मिला, एक ओर मैं खुश हूं, लेकिन दूसरी ओर खुद को अभागा समझ रहा हूं, क्योंकि मेरे पिताजी मेरे साथ नहीं है.” दरअसल, गौरी शंकर जब 11 वर्ष के थे, तभी उनके पिता का निधन हो गया था.

यूपी के रहने वाले हैं गौरी शंकर

गौरी शंकर उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के एक छोटा से गांव के रहने वाले हैं. स्नातक की पढ़ाई करने के बाद वे मुंबई चले आए. मायानगरी मुंबई में फिल्मों तक पहुंचने का सफर काफी संघर्षों से भरा रहा. 1998 में उन्हें पहली बार फिल्म में काम करने का अवसर मिला, फिल्म का नाम था- क्रांति. उसके बाद अन्य कई फिल्में मिलीं, उनमें से एक है, लाल सलाम. कई फिल्मों में काम करने के बाद उन्हें “695” में काम करने का अवसर मिला. रामभक्त कामेश्वर चौपाल का किरदार निभाकर वे खुद को काफी लकी मान रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस फिल्म के पीछे उन्होंने डायरेक्टर योगेश भारद्वाज, अभिनेता राजकुमार और कामेश्वर का भी विशेष सहयोग रहा है. उम्मीद की जा रही है कि देश विदेश के लोगों को भी यह फिल्म जरूर पसंद आएगी.

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