टीवी एक्ट्रेस कविता कौशिक (Kavita Kaushik) अपने लेटेस्ट ट्वीट की वजह से सुर्खियों में आ गई हैं. उन्होंने कंगना रनौत (Kangana Ranaut) का नाम लिये बिना उनपर तंज कसा है. कविता कौशिक ने प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) की एक तसवीर शेयर करते हुए सवाल किया है कि उन्हें पद्म श्री सम्मान क्यों नहीं मिला. इस तसवीर में प्रियंका चोपड़ा पति निक जोनास संग लॉस एंजिल्स के घर में पूजा करते दिख रही हैं. बता दें कि हाल ही में कंगना रनौत को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है.
कविता ने कैप्शन में लिखा, “उसे पद्मश्री क्यों नहीं मिला !? शानदार अभिनेत्री, शानदार इंसान, विश्व स्तर पर एक बड़ी सफलता, बिना बखान किये भारतीय संस्कृति को सम्मान दिलवाया है! और हाँ उस बात के लिए कभी किसी वरिष्ठ या समकालीन कलाकार या किसी की भी बेइज्जती नहीं की! वह कमाल की है!!” हालांकि, कविता को यह नहीं पता है कि प्रियंका को 2016 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था. ऐसे में वो खुद ही अपने पोस्ट के लिए जमकर ट्रोल हो रही हैं.
Why didn't she get padamshree!? Fantastic actor, Brilliant human being, Globally a huge success and has put indian culture on a pedestrial without holding a flag about it ! And yes has never insulted any senior or contemporary artist or anyone for that matter! She is awesome!! pic.twitter.com/Pp2wzso5pN
— Kavita Kaushik (@Iamkavitak) November 14, 2021
एक यूजर ने लिखा, कविता जी प्रियंका चोपड़ा को पद्मश्री अवॉर्ड मिल चुका है और ये दोबारा नहीं दिया जाता. एक और यूजर ने लिखा, उन्हें 2016 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. कृपया पोस्ट करने से पहले Google पर सर्च कर लें. कविता के ट्वीट का जवाब देते हुए एक यूजर ने लिखा, “वह पहले ही ये अवॉर्ड पा चुकी हैं. लेकिन उनके बारे में आपकी बातें बिल्कुल सच हैं. हो सकता है कि आप नहीं जानते क्योंकि वह डींग नहीं मारती और न ही इसके बारे में कभी बखान करती हैं. उन्होंने अपने संस्मरण के विमोचन के दौरान इसका जिक्र किया था.”
बता दें कि हाल ही में कंगना रनौत को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है. लेकिन वो अपने एक बयान को लेकर विवादों में घिर आई है. टाइम्स नाउ समिट में इसके बारे में बोलते हुए कंगना ने कहा कि कांग्रेस ब्रिटिश शासन का विस्तार है और भारत ने 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने के बाद ‘वास्तविक स्वतंत्रता’ हासिल की. कंगना रनौत को कहते सुना जा सकता है, ‘1947 में आजादी नहीं, भीख मिली थी और जो आजादी मिली है, वह वर्ष 2014 में मिली.’
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दिल्ली महिला आयोग (DCW) स्वाति मालीवाल ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से कंगना की पद्मश्री वापस लेने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि एक्ट्रेस का ये बयान हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों जैसे महात्मा गांधी, भगत सिंह और अनगिनत अन्य लोगों के लिए उनकी नफरत को दर्शाते हैं जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए! हम सभी जानते हैं कि हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और शहादत से हमारे देश को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी.