Yeh Rishta Kya Kehlata Hai: ये रिश्ता क्या कहलाता है की बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग है. यह शो 2009 से चल रहा है और इसमें कई पीढ़ियों की कहानी देखने को मिली. लेटेस्ट में, समृद्धि शुक्ला, रोहित पुरोहित अभीरा और अरमान की भूमिका निभा रहे हैं. हालांकि, उनसे ठीक पहले, हर्षद चोपड़ा और प्रणाली राठौड़ ने अभिमन्यु और अक्षरा के रूप में दर्शकों के दिलों पर राज किया था. उनकी केमिस्ट्री काफी पॉपुलर हुई. हालांकि जब लीप की जगह से उन्हें अलविदा कहना पड़ा था, तो फैंस काफी दुखी हो गए थे. अब प्रणाली ने शो छोड़ने पर बात की है.
ये रिश्ता क्या कहलाता है छोड़ने पर क्या बोली प्रणाली राठौड़
प्रणाली ने कहा, अक्षरा से अलग होना बहुत मुश्किल है. यह मेरा पहला शो था, जो मैंने लगातार दो साल तक किया. फिर लीप आया और हमें बाहर निकलना पड़ा. यह सब अचानक हुआ, इसलिए इससे आपके जीवन पर फर्क पड़ता है, लेकिन जिंदगी आगे बढ़ने का नाम है और मैंने 7 महीने के इस ब्रेक में नई चीजें सीखी हैं. मैंने अपने कौशल को सुधारने पर काम किया. मैं अक्षरा को कभी नहीं भूलना चाहती. यह मेरी टोपी में एक और पंख जोड़ने जैसा है.
क्या ये रिश्ता जैसे सफल शो के बाद अच्छा प्रोजेक्ट ढूढ़ना मूश्किल था
प्रणाली राठौड़ ने प्रोजेक्ट ढूढ़ने में आई चुनौती के बारे में बात करते हुए कहा, मैं इस समय शो दुर्गा कर रही हूं और शूटिंग करना काफी अच्छा रहा. एक्ट्रेस ने कहा, मैं एक अच्छे प्रोजेक्ट की तलाश में रहती हूं और जब भी मैं कोई अच्छी कहानी या किरदार सुनती हूं, तो दोनों हाथों से प्रोजेक्ट को पकड़ लेती हूं. मैं यह दबाव नहीं लेती कि अब जब मैंने एक सफल शो कर लिया है, तो मुझे केवल एक बड़ा प्रोजेक्ट ही करना है. बेशक मैं अच्छी, बड़ी परियोजनाओं का हिस्सा बनना चाहती हूं. ये रिश्ता क्या कहलाता है से पहले भी मैंने जो शो किए हैं, वे भी अच्छे रहे हैं. मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मेरे पास फैंस हैं, जो हमेशा मेरा सपोर्ट करते हैं.
क्या अक्षरा की भूमिका को भूल पाए हैं दर्शक
क्या लोगों के दिलों से अक्षरा की इमेज हटाना आसान है. इसपर बात करते हुए प्रणाली राठौड़ ने कहा, मुझे नहीं लगता कि मैं अक्षरा की छवि को तोड़ पाई हूं. जब भी मैं बाहर जाती हूं, तो लोग मुझे अक्षु कहकर ही बुलाते हैं. यह मुश्किल है, क्योंकि फैंस अक्षरा से बेहद जुड़े हुए हैं. वे आज भी अक्षरा को बहुत मिस करते हैं. मैं पूरी कोशिश करूंगी कि दुर्गा के किरदार को भी लोकप्रिय बनाया जा सके और वे मुझमें इस किरदार को देख सकें और मुझे उसी तरह प्यार कर सकें.