फीफा विश्व कप में रविवार को एक और उलटफेर देखने को मिला. मोरक्को ने ग्रुप एफ में बेल्जियम को 2-0 से हरा दिया. इस हार से केविन डि ब्रून और 2018 के सेमीफाइनल में पहुंची बेल्जियम पर ग्रुप चरण में बाहर होने का खतरा छा गया है.
मोरक्को की ओर से अब्देलहामिद साबिरी और जकारिया अबोखलाल ने गोल दागे
मोरक्को के सब्सीट्यूट अब्देलहामिद साबिरी ने 73वें मिनट में बायीं ओर से फ्री किक पर गोल कर अपनी टीम को बढ़त दिलायी जो गोलकीपर थिबॉट कोर्टोइस के शरीर के नीचे आ गया. टीम के लिये दूसरा गोल जकारिया अबोखलाल ने हाकिम जियेच के पास पर स्टॉपेज टाइम में किया जो नेट के ऊपरी हिस्से में लगा.
1998 के बाद वर्ल्ड कप में मोरक्को की पहली और कुल तीसरी जीत
मोरक्को की 1998 के बाद विश्व कप में पहली और कुल तीसरी जीत है. बेल्जियम अगर मोरक्को को हरा देती तो वह गत चैम्पियन फ्रांस के साथ नॉकआउट चरण में क्वालीफाई करने वाली दूसरी टीम बन जाती. बेल्जियम अब ग्रुप के अपने महत्वपूर्ण अंतिम मैच में 2018 के फाइनल में पहुंची क्रोएशिया से भिड़ेगा जबकि मोरक्को का सामना कनाडा से होगा.
बेल्जियम के लिए अबतक ठीक नहीं रहा है कतर फीफा वर्ल्ड कप
बेल्जियम को कतर में शुरुआती मैच में कनाडा पर 1-0 की जीत के लिये मशक्कत करनी पड़ी थी. बेल्जियम को अपने स्टार स्ट्राइकर लुकाकू की काफी कमी खली जिसने 2018 विश्व कप में चार और यूरो 2020 में चार गोल दागे थे. मोरक्को ने पहले मैच में क्रोएशिया से गोलरहित ड्रा खेला था और इसी आत्मविश्वास से खेलते हुए यहां जीत हासिल की. इससे उसकी 1986 के बाद पहली बार नॉकआउट दौर में पहुंचने की उम्मीदों को बल मिला है. टीम पहली बार 1986 में ही नॉकआउट में पहुंची थी.