Jharkhand news: गढ़वा जिले के दक्षिणी वन क्षेत्र वाले रमकंडा और भंडरिया क्षेत्र के विभिन्न गांवों में उत्पात मचाकर पलामू टाइगर रिजर्व (Palamu Tiger Reserve- PTR) क्षेत्र में चले गये हाथियों का झुंड 36 दिन बाद दोबारा गांवों की ओर लौट गया है. इसी सप्ताह पीटीआर क्षेत्र से निकलकर गांव पहुंचा हाथियों का झुंड भंडरिया वन क्षेत्र के जोन्हीखांड़ में आतंक मचाया. इस दौरान दो हाथियों के झुंड ने डूबा के संतोष सिंह के घर को क्षतिग्रस्त कर घर में रखे गये अनाज खा गये. वहीं, गांव के ही अन्य किसानों के खेत में लगी गेहूं फसलों को रौंद कर बर्बाद कर दिया. सूचना मिलने के बाद वनकर्मियों ने पीड़ित किसान के घर पहुंचकर मामले की जांच की.
इसके पहले पिछले सोमवार को हाथियों के झुंड ने रमकंडा प्रखंड के दुर्जन गांव निवासी विजय पासवान का घर क्षतिग्रस्त कर दिया था. एक माह पहले भी हाथियों ने संजय के घर को क्षतिग्रस्त कर चुके हैं. इधर, शुक्रवार की रात जोन्हीखांड़ गांव में हाथियों के उत्पात मचाये जाने की घटना के बाद ग्रामीण रात में रातजगा करना शुरू कर दिया. वहीं, शनिवार की रात जंगल किनारे चिंघाड़ मार रहे हाथियों को भगाने के लिए पूरा गांव एकजुट हो गया. वहीं, जंगल किनारे जाकर ग्रामीणों ने टीना बजाकर और टार्च जलाकर उसे फिर जंगलों की ओर खदेड़ा.
इस संबंध में जानकारी देते हुए जोन्हीखांड़ के ग्रामीण परमेश्वर सिंह, मनोज सिंह, प्रदीप सिंह, लक्ष्मण सिंह, मानदेव सिंह, लालू सिंह सहित अन्य लोगों ने बताया कि एक माह पहले तक हाथियों का झुंड गांव में जमकर उत्पात मचा रहा था. लेकिन, फिर से हाथियों के गांवों की ओर लौटने से उन्हें हाथियों को खदेड़ना पड़ रहा है.
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ग्रामीण बताते हैं कि एक माह तक क्षेत्र से गायब रहने के बाद अपने साथी के साथ हाथी दोबारा गांव की ओर लौट गया है. पिछले दिसंबर महीने तक रमकंडा और भंडरिया क्षेत्र के दर्जन भर गांवों में उत्पात मचाये जाने की घटना इसी हाथी द्वारा किया जा रहा था. वहीं, जनवरी महीने की शुरुआती दौर से ही यह हाथी भंडरिया क्षेत्र में सक्रिय हो गया. इन्ही क्षेत्रों के गांवों में घूम-घूमकर लगातार घरों को क्षतिग्रस्त करने के साथ ही खरीफ फसलों में गेहूं, चना, सरसों की फसलों को रौंद रहा था. इसी बीच पिछले महीने ग्रामीणों के रातजगा करने के बाद पीटीआर क्षेत्र में उसके वापस लौटने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली थी. लेकिन, फिर से आकर उत्पात मचाये जाने से अब ग्रामीणों को रातजगा करना पड़ रहा है.
इस संबंध में पूछे जाने पर भंडरिया वन क्षेत्र पदाधिकारी कन्हैया राम ने कहा कि तीन चार दिनों से इसी क्षेत्र के गांवों में हाथियों के घूमने की जानकारी मिली है. पीड़ित किसान के क्षतिग्रस्त घर की जांच की गयी है. वन विभाग के तहत मुआवजा उपलब्ध कराया जायेगा.
रिपोर्ट : मुकेश तिवारी/संतोष वर्मा, भंडरिया/रमकंडा, गढ़वा.