विनोद कुमार पाठक, गढ़वा : पंडित हर्ष द्विवेदी कला मंच गढ़वा द्वारा जिले में बालिकाओं के बीच तलवारबाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. स्थानीय आशीर्वाद मैरेज हॉल के प्रांगण में पहली बार आयोेजित इस प्रतियोगिता में गढ़वा शहर व आसपास के 31 बालिकाओं ने भाग लिया. कार्यक्रम की शुरूआत कला के सर्जक भगवान नटराज की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन व पुष्पार्चन कर की गयी. प्रतियोगिता अलग-अलग समूहों में आयाेजित की गयी. अंत में अतिथियों ने पुरस्कार प्रदान किये.
पुरस्कृत बालिकाएं
इसमें कक्षा नौ से बारहवीं तक के समूह में उत्क्रमित उच्च विद्यालय मझिआंव की कुमारी सोनाली सोनी को प्रथम व मुख्यमंत्री उत्कृष्ट बालिका प्लस टू विद्यालय गढ़वा की नरगिस नाज को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ. जबकि आठवीं तक के समूह में मवि चिरौंजिया की गुलनाज खातून को प्रथम व इसी विद्यालय की सुप्रिया कुमारी को द्वितीय स्थान मिला. दोनों समूहों की प्रथम विजेता को तलवार तथा द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली बालिकाओं को अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया. इसके अलावे विशेष प्रदर्शन हेतु झूलन कुमारी को सम्मानित किया गया.
वीरता का भाव जगाने के लिए आयोजन
इस अवसर पर पंडित हर्ष द्विवेदी कला मंच के निदेशक नीरज श्रीधर ने कहा कि बालिकाओं में वीरता का भाव जगाने के उद्देश्य से इस तलवारबाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. इसके माध्यम से अपने जीवन में पहली बार तलवार का प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं में जो आत्मविश्वास देखने को मिला, वह सभी के लिए अनुकरणीय और प्रेरणादायक है.
नारी सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर
कार्यक्रम में राज्यस्तरीय तलवारबाजी प्रतियोगिता में रजत पदक विजेता अद्विता आर्या ने कहा कि गढ़वा जिले में पहली बार तलवारबाजी की प्रतियोगिता हुई है. वह भी विशेष रूप से बालिकाओं के लिए. यह आयोजन नारी सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा. युवा कवयित्री अंजलि शाश्वत ने कहा कि बालिकाओं के अंदर वीरता का भाव भरने का यह आयोजन अद्भुत व अनुकरणीय है. बालिकाएं यदि अपनी प्रतिभा जीवित रखना चाहती हैं, तो वे दुनिया से लड़ने के लिए कमर कस लें.
इन्होंने भी विचार व्यक्त किये
मौके पर पतंजलि योग समिति के फलाहारी बाबा, समाजसेवी अनिल सोनी, विश्व हिन्दू परिषद् के गढ़वा जिलाध्यक्ष सोनू सिंह, अधिवक्ता आशीष दुबे अग्निवीर, शिक्षक राम प्रदीप राम आदि ने भी विचार व्यक्त किये. धन्यवाद ज्ञापन संस्कार भारती पलामू विभाग प्रमुख डॉक्टर शम्भू कुमार तिवारी ने किया. निर्णायक की भूमिका अद्विता आर्या, ब्रजेश तिवारी, सोनू सिंह तथा गंगेश पांडेय ने निभायी.
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