Jharkhand News: झारखंड के गढ़वा में उपायुक्त राजेश कुमार पाठक की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पर्यटन संवर्धन समिति की बैठक आयोजित की गयी़ समाहरणालय के सभागार में आयोजित इस बैठक में पर्यटन संवर्धन समिति के सदस्यों द्वारा पर्यटन के दृष्टिकोण से जिले के महत्वपूर्ण स्थलों के विकास एवं पर्यटकों को सुविधा प्रदान करने के संदर्भ में विचार विमर्श किया गया़ बैठक में 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान शहीद एवं मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित मेराल के खोरीडीह गांव निवासी रामप्रीत ठाकुर की स्मृति में सामुदायिक भवन सह पुस्तकालय का निर्माण कराने का निर्णय लिया गया.
उल्लेखनीय है कि भुला दिये गये भारत-पाक युद्ध के शहीद रामप्रीत ठाकुर से संबंधित समाचार प्रभात खबर में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था. इसके बाद इस मामले पर पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने संज्ञान लिया था़ उन्होंने इस मामले से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी अवगत कराया था़ इसके बाद गुरूवार को जिला प्रशासन ने पर्यटन संवर्धन समिति की बैठक में यह प्रस्ताव लाया गया और उनके नाम पर उनके पैतृक गांव खोरीडीह में ही सामुदायिक भवन सह पुस्तकालय बनाने का निर्णय लिया गया़ इसके अलावा इस बैठक में सदर अस्पताल गढ़वा में पीएसए प्लांट के लिए जेनरेटर एवं यूको ट्रांसफार्मर की आपूर्ति कराने, रामा साहू विद्यालय छात्रावास मरम्मत, दानरो नदी पर छठ घाट निर्माण, सिधवन अटौला खेल मैदान में पेयजल सुविधा मुहैया कराने एवं राजा पहाड़ी मंदिर तक पीसीसी पथ निर्माण कराने संबंधी प्रस्ताव भी पारित किये गये.
समिति के सदस्यों द्वारा श्रीबंशीधर नगर मंदिर में शौचालय निर्माण तथा किसान भवन का जीर्णोद्धार कराने, अन्नराज डैम का सौंदर्यीकरण कराने व सरूवत पहाड़ी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव लाया गया़ इसमें से सरूअत पहाड़ी के प्रस्ताव को राज्य सरकार को भेजने की बात कही गयी़ बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा मझिआंव मोड़, आसपास के एरिया तथा नामधारी कॉलेज से सहिजना पुल तक नहर क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराने की अपील की गयी़ इस पर उपायुक्त ने अपर समाहर्ता को इस संदर्भ में आवश्यक कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया़ समिति के सदस्यों द्वारा श्रीबंशीधर महोत्सव एवं गढ़देवी महोत्सव प्रारंभ कराने का भी प्रस्ताव लाया गया़ पूर्व की बैठक में लिये गये निर्णय की समीक्षा भी की गयी़ इसमें पूर्व के प्रस्ताव के अनुसार श्रीबंशीधर मंदिर के सौंदर्यीकरण, सतबहिनी झरना व गुरु सिंधु जलप्रपात के विकास, बाबा खोन्हरनाथ मंदिर की चहारदीवारी, मुख्य गेट, गार्डवाल, सिटिंग बेंच, पीडब्ल्यूडी मुख्य पथ खोन्हर से बाबा खोन्हर नाथ मंदिर तक पथ निर्माण समेत अन्य की समीक्षा की गयी.
रिपोर्ट-पीयूष तिवारी