Jharkhand News: झारखंड के गढ़वा जिले के गढ़वा थाना क्षेत्र के भदुमा गांव निवासी मनरेगा कूप निर्माण के लाभुक राधेश्याम पाल को कार्यालय में दरवाजा बंद कर पीटने का मामला सामने आया है़ मारपीट का आरोप मनरेगा के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी हासिम अंसारी एवं ऑपरेटर राजू कुमार पर लगाया गया है़ मारपीट की इस घटना को लेकर लाभुक श्रीपाल ने गढ़वा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है़ इधर, बीजेपी नेता ने इस मामले की निंदा की है, वहीं बीडीओ ने बताया कि इस मामले में अब राशि का भुगतान संभव नहीं है.
पीड़ित राधेश्याम पाल ने बताया कि मनरेगा कूप निर्माण की राशि भुगतान करने के लिये उनसे रिश्वत की मांग की गयी थी़ रिश्वत दिये बिना कूप निर्माण की पूरी राशि की मांग करने पर बीपीओ (प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी) हासिम अंसारी ने प्रखंड कार्यालय में आवंटित अपने कमरे का दरवाजा बंद किया और उन्हें पकड़ लिया. इसके बाद ऑपरेटर राजू कुमार ने उनके साथ मारपीट की़ जिस समय उनके साथ मारपीट की जा रही थी, उस समय उस कमरे में दो-चार और लोग भी थे.
Also Read: माओवादी प्रतिरोध दिवस: झारखंड बंद से पहले नक्सलियों ने उड़ाए मोबाइल टावर, सर्च ऑपरेशन चला रही पुलिस
मनरेगा कूप लाभुक ने कहा कि साल 2016 में उन्हें मनरेगा से कूप आवंटित किया गया था़ कूप को उन्होंने नियमानुसार खुदाई कर उसे पक्का बांध भी दिया है, लेकिन उन्हें पूरी राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है़ इसी को लेकर वे प्रखंड कार्यालय में पहुंचे हुये थे़ बीपीओ से मिलने पर कहा गया कि वे खर्चा-बरचा नहीं करते हैं, इस वजह से उनका भुगतान नहीं किया जा रहा है़ पैसे देंगे, तभी राशि का भुगतान किया जायेगा़ इससे इनकार करने पर तूतू-मैं-मैं हुयी और दरवाजा बंद कर उनको बुरी तरह से पीटा गया़
इधर, इस घटना के बाद बीपीओ कार्यालय में लोगों की भीड़ लग गयी़ घटना की जानकारी मिलने के बाद कई भाजपा नेताओं ने राधेश्याम से मिलकर पूरी जानकारी ली़ इस संबंध में भाजपा नेता सह अजा मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य जवाहर पासवान ने कहा है कि प्रखंड कार्यालय में बंद कर मारपीट की घटना को अंजाम देना पूरी तरह से निंदनीय है़ यह घटना पदाधिकारियों एवं राज्य सरकार की कार्यशैली व मानसिकता को दर्शाता है़ गरीब व आम व्यक्ति अब प्रखंड कार्यालय की सीढ़ियां चढ़ने में डरेगा.
Also Read: Jharkhand News: झारखंड के मॉडल स्कूलों के बच्चे बनेंगे स्मार्ट, CM हेमंत सोरेन का क्या है प्लान
इस संबंध में गढ़वा बीडीओ कुमुद कुमार झा ने बताया कि राधेश्याम पाल को साल 2016 में कूप आवंटित किया गया था़ इसके बाद जुलाई 2021 में उनकी योजना को क्लोज कर दिया गया है़ अब इसमें भुगतान करना संभव नहीं है़ उन्होंने बताया कि इस मामले में मापी पुस्तिका के आधार पर कुल 2.08 लाख रूपये का भुगतान किया गया है़ मारपीट के घटना की वे जानकारी ले रहे हैं.
रिपोर्ट: पीयूष तिवारी