पीयूष तिवारी, गढ़वा : पति की मौत के बाद दो बच्चों को लेकर जब वह दर-दर की ठोकरें खा रही थी, तो एक दलित युवक ने उसे सहारा दिया. अपनी इच्छा से उसने अपना नाम बदला और उस युवक से शादी कर ली, जो बाकायदा कोर्ट में रजिस्टर्ड है. इसके बाद एक बच्चा भी पैदा हुआ. इस पूरी घटना के आठ साल बाद धर्म के ठेकेदार उठ खड़े हुए और इस शादी को नाजायज करार देते हुए दंपती से मारपीट की. साथ ही पहले पति से जन्मे दोनों नाबालिग बच्चों को छीन लिया और जान से मारने की धमकी देते हुए भाग जाने की चेतावनी दी है. मामला गढ़वा जिले के श्रीबंशीधर नगर का है.
पिछले ढाई महीने से यह दंपती अपने बच्चों को वापस हासिल करने के लिए भटक रहा है. मामला सीडब्ल्यूसी के पास पहुंच गया है. सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन ने एसडीपीओ को निर्देश दिया है कि वे तत्काल दोनों बच्चों को रेस्क्यू कर उनके समक्ष प्रस्तुत करें. श्रीबंशीधर नगर पुलिस ने बच्चों को रेस्क्यू करने की कारवाई शुरू कर दी है. फिलहाल, इस दंपती और इनकी तीसरी संतान ने श्रीबंशीधर नगर के प्रखंड कार्यालय में शरण ले रखी है. ये लोग मुख्यमंत्री दाल-भात केंद्र में एक वक्त का भोजन करके गुजारा कर रहे हैं.
यह है मामला : झारखंड की सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के दुद्धीनगर स्थित अमवार गांव निवासी फैजुल अंसारी की पुत्री आजमा खातून की शादी 12 साल पहले मेरठ के एक स्वजातिय परिवार में हुई थी. आजमा का ननिहाल गढ़वा जिले के श्रीबंशीधर नगर के नरही गांव में है. इस शादी से आजमा खातून को एक पुत्री व एक पुत्र है. शादी के कुछ साल बाद आजमा खातून के पति की मौत हो गयी. उसके बाद ससुरालवालों ने उसे घर से निकाल दिया.
भटकते हुए उसने मेरठ के कंकरकेड़ा थाना के पावती खास गांव निवासी दलित युवक विपिन कुमार से मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली. साथ ही अपना नाम बदलकर निशा रानी रख लिया. दूसरी शादी से आजमा उर्फ निशा रानी को एक पुत्र हुआ है, जो चार साल का है. बीते 19 मार्च को आजमा अपने पति के साथ नरही गांव स्थित ननिहाल में अपनी मां से मिलने आयी थी.
गांववालों को पता चला कि आजमा ने धर्म बदल कर दलित युवक के साथ शादी कर ली है. इससे नाराज लोगों ने आजमा व उसके के पति के साथ दुर्व्यवहार किया और उसे जाति सूचक शब्द कहे. गांव के ही डॉ फूल मोहम्मद और उसके 8-10 सहयोगियों ने पूर्व के पति से पैदा दोनों बच्चों सोनी कुमारी (11 साल) एवं सोनू कुमार (नौ साल) को छीन कर अपने साथ ले गये.
कहा : तुम लोगों के साथ रहने पर इनका धर्म भी खराब हो जायेगा. आरोप है कि इन दोनों नाबालिग बच्चों से बाल मजदूरी करायी जा रही है. इसका विरोध करने पर गांव के अजमू अंसारी ने उसके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी है.
दलित युवक ने दिया सहारा, मंदिर में की शादी, कोर्ट में रजिस्टर्ड भी कराया, एक और संतान हुई
मां से मिलने ननिहाल पहुंची, तो गांव के कुछ लोगों ने दंपती से मारपीट की, बच्चे भी छीन लिये
ढाई महीने से बच्चों को छुड़ाने के प्रयास में है दंपती, सीडब्लयूसी के पास पहुंचा मामला
मामला काफी गंभीर है. आवेदन के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है. साथ ही एसडीपीओ नगरउंटारी सह नोडल पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि वे बच्चों का रेस्क्यू कर प्रस्तुत करें.
उपेंद्रनाथ दुबे, सीडब्ल्यूसी चेयरमैन