घर बनाने वाले सामग्री के दामों में हाल के दिनों में हुई बेतहाशा वृद्धि ने मध्यम व निम्न वर्गीय परिवार के लिए घर बनाने का सपना धूमिल कर दिया है. इस समय घर बनाने में प्रयुक्त होनेवाले मुख्य सामग्री में लोहे की सरिया, सीमेंट, ईंट इत्यादि के दामों में करीब डेढ़ गुना तक बढ़ोतरी हो चुकी है. इस कारण घर बनाने वाले लोग परेशान दिख रहे हैं.
कई गरीबों का आवास प्लिंथ देकर छोड़ दिया गया है, कई लोगों का आवास डोर लेबल तक पहुंचकर अटक गया है. जिन्होंने अपना आवास ढलाई तक जैसे-तैसे करके पूरे किये हैं, उनका घर में न तो दरवाजा लग पाया है और न ही उसका प्लास्टर हो सका है.
विशेष रूप से प्रधानमंत्री आवास योजना से मिले आवास की स्थिति ज्यादा खराब है. आवास का प्राक्कलन बढ़ जाने से लाभुक परेशान हैं. इस कारण प्रधानमंत्री आवास योजना के भी काफी संख्या में आवास आधे-अधूरे रह गये हैं. प्रशासनिक दबाव में आकर जैसे-तैसे कर्ज लेकर कई लाभुक अपना मकान ढलवा तो लिये हैं, परंतु आवास में न ही दरवाजे लगे हैं और न ही प्लास्टर हो पाया है.
वहीं गोदरमाना वार्ड क्रमांक 11 के ही निवासी राजेश्वर यादव बताते हैं कि वे अपने मकान को बनाने के लिए कब से सोच रहे हैं. परंतु छड़, सीमेंट और ईंट की रेट इतनी ज्यादा है कि सामग्री खरीदने भर पैसे का इंतजाम नहीं हो पा रहा है.