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भेड़ पालक दो भाइयों पर हमला, पीट-पीटकर एक की हत्या, गढ़वा में हमलावरों ने 40 भेड़ों को भी मार डाला

jharkhand crime news: गढ़वा में हमलावरों ने भेड़ पालक भाइयों पर हमला कर एक की हत्या की, वहीं 40 भेड़ों को भी मौत के घाट उतार दिया. हादसे का कारण जमीन विवाद माना जा रहा है. पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है.

Jharkhand Crime News: गढ़वा जिला के मझिआंव थाना क्षेत्र स्थित चिरकुटही गांव में भेड़ पालक सरयू पाल (63 वर्ष) की पीट- पीटकर हत्या कर दी गयी तथा उसके छोटे भाई प्रभु पाल (60 वर्ष) को बुरी तरह घायल कर दिया गया. साथ ही उनकी 40 भेड़ों को भी मार दिया गया. मृतक सरयू पाल गोसांग गांव के पखनाहा टोला में घर बनाकर निवास करता था, जबकि उसका भाई प्रभु पाल चिरकुटही गांव में ही रहता था. घायल प्रभु को इलाज के लिए मझिआंव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया है.

पोस्टमार्टम के लिए शव को ले जाने से रोका

सूचना के बाद पहुंची पुलिस को घटनास्थल पर मृतक के परिजनों के विरोध का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों के साथ मिलकर परिजनों ने पुलिस को पोस्टमार्टम के लिए शव को ले जाने से रोक दिया. वे अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तार करने एवं मृतक के आश्रित को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे. मझिआंव अंचलाधिकारी ने मृतक के आश्रित को चार लाख रुपये मुआवजा देने का आश्वासन दिया. इसके बाद ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम के लिए शव को ले जाने दिया.

आरोपियों की जल्द होगी गिरफ्तारी

सूचना के बाद एसडीपीओ अवध कुमार यादव, मझिआंव इंस्पेक्टर संजय खाखा, कांडी थाना प्रभारी फैज रब्बानी व मझिआंव थाना प्रभारी कमलेश कुमार महतो घटना स्थल पर पहुंचे. इस मौके पर उपस्थित गढ़वा एसडीपीओ श्री यादव ने कहा कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी हाेगी.

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क्या है मामला

जानकारी के अनुसार, उक्त दोनों भाइयों ने गोसांग गांव निवासी धर्मेंद्र पासवान की खेत में भेड़ बैठाया था. खेत में जहां भेड़ बैठाया गया था वहां से कुछ दूर पर करकट्टा गांव स्थित मकुना आहर में शव पड़ा हुआ था. साथ ही वहीं पर उनकी 40 भेंड़ें मृत अवस्था में एक ही जगह पर पड़े हुए थे. बताया जा रहा है कि मृतक सरयू पाल के 310 और घायल प्रभु पाल के 150 भेड़ें थे. शेष भेड़ गायब है. कई भेंड़ घायल अवस्था में पड़े हुए थे. उन सभी भेड़ों को ट्रेक्टर से इलाज के लिए पशु चिकित्सालय भेजा गया, जबकि मृत भेड़ों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले जाया गया.

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

घटनास्थल पर पहुंचे एसडीपीओ अवध कुमार यादव ने कहा कि मृतक की लुंगी से ही हाथ-पैर बांधकर अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया है. साथ ही उसके भाई को भी बुरी तरह पीटकर घायल कर दिया है. वहीं, 35-40 भेड़ों को भी मार दिया गया है. बताया गया कि मृतक सरयू पाल अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र और तीन पुत्री छोड़ गया है. इस घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.

मुखिया ने ओपी स्थापित करने की मांग की

इधर, खुटहेरिया पंचायत की मुखिया अनिता देवी ने कहा कि कांडी और मझिआंव थाना की दूरी काफी है. इस क्षेत्र में लगातार अपराधियों द्वारा घटना का अंजाम दिया जा रहा है. ऐसी स्थित में यहां एक ओपी का होना बहुत जरूरी है.

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सोते समय दोनों भाइयों पर किया गया हमला

घटना के बारे में घायल प्रभु पाल ने बताया कि दोनों भाई रात्रि में गहरी नींद में सो रहे थे. इसी बीच 8-10 लोग पहुंचे और उन दोनों भाइयों को पकड़ लिया. इसके बाद उन्हीं के लूंगी को फाड़कर पहले उनके हाथ और पैरों को बांध दिया. इसके बाद मुंह भी बांध दिया. इसके बाद बड़े- बड़े पत्थरों से मारना शुरू किया. उसने बताया कि कुछ लोग लाठी-डंडे से भी मार रहे थे. तथा दोनों को हंसिए से भी मारकर घायल कर दिया. पत्थरों के चोट के कारण वह बेहोश हो गये. उन दोनों को मरा जानकर अपराधियों ने काफी संख्या में उनकी भेड़ों को भी मार डाला.

घटना के पीछे भूमि विवाद का संदेह

घटना के कारणों के विषय में पुलिस अभी छानबीन कर रही है, लेकिन घटना का कारण भाइयों के बीच भूमि विवाद का मामला सामने आ रहा है. घायल प्रभु पाल के पुत्र रवींद्र पाल ने कहा कि उसके पिता तीन भाई हैं. मंझले भाई मृतक सरयू पाल एवं उनके बड़े भाई रघुनाथ पाल कांडी थाना क्षेत्र के पखनाहा गांव में रहते हैं, जबकि उनके सबसे छोटे भाई यानी उसके पिताजी प्रभु पाल मोरबे गांव के चिरकुटही गांव में रहते हैं. कहा कि पिताजी तथा मंझले चाचा दोनों एक साथ भेड़ों को रखते थे. मंगलवार को गोसाग गांव के देवमुरत राम के खेत में भेड़ को बैठाये थे. इसी बीच रात में घटना घट गयी. रवींद्र ने कहा कि उसके बड़े भाई सुरेंद्र पाल से बड़े चाचा रघुनाथ पाल का डायन बिसाही को लेकर झगड़ा हुआ था और पुराना भूमि विवाद भी था. इसी वजह से इस घटना का अंजाम दिया गया. घटना के बाद से उसके बड़े चाचा देखने तक नहीं आये.

Posted By: Samir Ranjan.

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