गया : बिहार विधानसभा चुनाव की पहली सभा की शुरुआत रविवार को गया से हुई. गांधी मैदान में आयोजित एनडीए की सभा में पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद जेपी नड्डा ने कहा कि देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में सुरक्षित है और बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों में. उन्होंने कहा कि बिहार में जो विकास कार्य हो रहे हैं, उसे आगे जारी रखने के लिए जरूरी है कि बिहार की बागडोर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए के पास रहे.
उन्होंने कहा कि उजाले की इज्जत तभी करते हैं, जब अंधेरों का एहसास हो. बिहार ने 2005 से पहले का अंधेरा देखा है. उन्होंने कहा कि चुनाव दोस्ती-यारी और जाति का नहीं होता है, चुनाव होता है विकास का. बिहार की जनता विकास चाहती है. श्री नड्डा ने विपक्ष के किसी नेता का नाम नहीं लेते हुए कहा कि आज 11 अक्तूबर लोकनायक जय प्रकाश नारायण की जयंती है.
बिहार में कुछ ऐसे लोग हैं, जो जेपी के आशीर्वाद से नेता बने और मुख्यमंत्री भी. लेकिन, उन लोगों ने जेपी के सिद्धांतों को भुला दिया. जेपी आजीवन जिन राजनीतिक विचारधाराओं के खिलाफ रहे, ये लोग उन्हीं लोगों के साथ मिल गये. बिहार की जनता को यह समझना होगा कि जेपी के सिद्धांतों पर चलने वाले लोगों की सरकार हो या उनके सिद्धांतों की तिलांजली देने वालों की.
नड्डा ने बिहार में हुए विकास कार्यों की चर्चा करते हुए केंद्र सरकार द्वारा बिहार के विकास के लिए दिये गये तमाम फंडों का जिक्र किया. कहा-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो वादा बिहार के लिए किया था, उसे उन्होंने पूरा किया. बिहार के विकास के लिए उन्होंने सवा लाख करोड़ रुपये दिये. इससे अलग उन्होंने बिहार में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए 40 हजार करोड़ रुपये दिये.
उन्होंने कहा कि बिहार का परिदृश्य बदल चुका है. भविष्य बिहार का है. अब बिहार जाति के नाम पर नहीं, विकास के नाम पर बात करता है. उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से चुनाव में बेहतर काम करने की अपील की. कार्यक्रम में जिले के सभी विधानसभा सीट से एनडीए के प्रत्याशी मौजूद रहे. इनके अलावा औरंगाबाद सांसद सुशील सिंह, गया के सांसद विजय कुमार, पूर्व विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह भी मंच पर उपस्थित रहे. कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा ने की.
सभा में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में एनडीए को लेकर किसी को कोई कन्फ्यूजन नहीं रखना है. एनडीए का निर्णय स्पष्ट है, नीतीश कुमार ही बिहार में एनडीए के नेता होंगे. जो नीतीश कुमार के साथ नहीं है, वो एनडीए के साथ नहीं है. यह भी स्पष्ट है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार एनडीए में शामिल सभी दलों के जो भी प्रत्याशी हैं, वे किसी पार्टी के प्रत्याशी नहीं हैं, वे सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रत्याशी हैं और बिहार की जनता का पीएम मोदी के प्रति अटूट विश्वास है. उन्होंने कहा कि बिहार एक नया इतिहास रचने की ओर कदम बढ़ा चुका है, जो अब नहीं रुकेगा.
सभा में जदयू महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि गया में 10 सीटों में भाजपा से चार, हम से तीन व जदयू से तीन प्रत्याशी हैं. यानी भाजपा + जदयू + हम. इसके बाद किसी में नहीं रहेगा दम. उन्होंने कहा कि एनडीए कार्यकर्ता यह तय कर लें कि गया में हर बूथ को हर हाल में जीतना है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में कोरोना काल के दौरान बिहार में अभूतपूर्व कार्य किये गये. बिहार में एक भी मौत भुखमरी से नहीं हुई.
Posted by Ashish Jha