बिहार: गया शहर के मानपुर इलाके में फल्गु नदी के कुकरा घाट के समीप बालू उठाव के बाद बने गड्ढे में नहाने के दौरान तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गयी. इसमें दो सहोदर भाई व एक पड़ोसी है. सभी मृतकों की उम्र 12 से लेकर 16 वर्ष के बीच है. इधर घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने फल्गु नदी से मृतक तीनों बच्चों का शव उठा कर अलीपुर कुकरा तीनमुहानी के समीप रख कर रोड को जाम कर दिया. मृतकों की पहचान हेड मानपुर जोड़ा मस्जिद के बड़ा इनारा के समिति के रहनेवाले पंकज ठाकुर के 12 वर्षीय बेटे अंकुश कुमार, संतोष यादव के 16 वर्षीय बेटे निखिल कुमार व रितिक कुमार (13 वर्षीय) के रूप में की गयी है.
इधर, घटना की जानकारी पाते ही बुनियादगंज थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार, खिजरसराय सर्किल इंस्पेक्टर मृत्युंजय कुमार, राजस्व पदाधिकारी सह सीआइ चंद्रप्रकाश समेत काफी संख्या में पुलिस के जवान घटनास्थल पर पहुंचे व प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने में जुट गये. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार, रविवार की शाम लगभग चार बजे हेड मानपुर मस्जिद मुहल्ले के रहने वाले लगभग सात से आठ बच्चे (सभी की उम्र 12 से लेकर 16 साल के बीच) फल्गु नदी में बालू उठाव से बने गड्ढे में नहाने चले गये. इस दौरान तीन बच्चे डूब गये. इधर चीखने की आवाज पर मुहल्ले के लोग घटनास्थल पर पहुंचे और बच्चों को पानी से बाहर निकल कर एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गये, जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया.
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नगर निगम वाटर बोर्ड के पूर्व चेयरमैन सह किसान नेता इंद्रदेव विद्रोही, जिला परिषद सदस्य कुंदन कुमार उर्फ भोला चौधरी, पार्षद प्रतिनिधि छोटू कुशवाहा ने फल्गु नदी में बड़ी मशीन से हो रहे खनन पर रोक लगाने के साथ जिला प्रशासन से मृतक परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग रखी. देर शाम पुलिस तीनों बच्चों के शव पोस्टमार्टम के लिए ले गयी. मृतक अंकुश के पिता पंकज ठाकुर ने बालू खनन कार्य में लगे संवेदक के कर्मचारियों पर आरोप लगाया कि वे जेसीबी या पोकलेन मशीन से डूबते बच्चों को बचा सकते थे. लोग चिल्लाकर जेसीबी संचालक से मदद की गुहार लगा रहे थे, पर संवेदक के कर्मियों ने अनदेखी कर दी.