बोधगया: यूं तो बोधगया का पर्यटन सीजन का समापन हो गया है, पर गया क्षेत्र में इन दिनों भीषण गर्मी के बाद भी महाबोधि मंदिर का क्रेज नहीं घटा है व देशी-विदेशी श्रद्धालुओं की आवाजाही बनी हुई है. कोरोना महामारी के दौरान तफरीह करने से वंचित रहे लोगों में अब भ्रमण के प्रति दिलचस्पी बढ़ी है व पिछले आठ दिनों में ही 66 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने महाबोधि मंदिर में पूजा-दर्शन कर चुके हैं. इस कारण बोधगया में पर्यटकों पर आश्रित कारोबार को भी फायदा पहुंच रहा है. महाबोधि मंदिर के साथ ही 80 फुट बुद्ध मूर्ति व अन्य बौद्ध मंदिरों के आसपास श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रह रही है.
इस संबंध में महाबोधि मंदिर में प्रवेश करने से पूर्व जांच करने वाली सुरक्षा उपकरण डीएफएमडी के माध्यम से मंदिर परिसर में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं के आंकड़े बताते हैं कि गत 15 अप्रैल से 22 अप्रैल तक 66 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने प्रवेश किया. आंकड़ों के मुताबिक 15 अप्रैल को 8251 श्रद्धालु, 16 अप्रैल को 7484, 17 अप्रैल को 7885, 18 अप्रैल को 8199, 19 अप्रैल को 7260, 20 अप्रैल को 10514, 21 अप्रैल को 8895 व 22 अप्रैल को 8202 श्रद्धालुओं ने महाबोधि मंदिर में प्रवेश किया.
Also Read: बेगुसराय: गेस्ट हाउस में चल रहा था सेक्स रैकेट, गुप्त सूचना से फूटा भांडा, संचालक समेत पांच हिरासत में
पिछले दो दिनों से मौसम के बदले मिजाज के कारण उम्मीद है कि फिलहाल कुछ दिनों तक श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ सकती है. हालांकि, इंटरनेशनल विमानों की आवाजाही बंद हो गयी है, फिर भी मुख्य रूप से दक्षिण भारतीय व पश्चिम बंगाल के श्रद्धालुओं की आवाजाही जारी है. इस संबंध में बोधगया के होटल व टूर एंड ट्रैवल्स के संचालकों का कहना है कि बोधगया में इसी तरह सालों भर श्रद्धालुओं की आवाजाही बनी रहेगी तब पर्यटन आधारित कारोबार को बल मिलेगा. सरकार को इसे लेकर और ज्यादा प्रयास करने की जरूरत है.