गया. रिटायर्ड पशु चिकित्सक के पोते का अपहरण कर 50 लाख रुपये की फिरौती मांगने का मामला रविवार को सामने आया. अपहृत डिप्लोमा का छात्र है. परिजनों ने घटना की सूचना देकर प्राथमिकी दर्ज करायी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी आशीष भारती बेलागंज थाना पहुंचे और परिजनों से मिल पूरे मामले की तहकीकात की. प्रथम दृष्टया यह मामला प्रेम प्रसंग का प्रतीत होता है.
जानकारी के अनुसार, सेवानिवृत्त पशु चिकित्सक डीएन चौधरी के पौत्र एवं शिक्षक रणधीर नारायण का बेटा 18 वर्षीय रिषभ कुमार रात में घर लौटने को कह कर शुक्रवार की शाम अपनी मोटरसाइकिल से पटना के लिए निकला था. इस दौरान रिषभ का मोबाइल पटना जिला के संपतचक तक चालू रहा. उसके बाद बंद हो गया.
शनिवार की सुबह सात बजे रिषभ के ही मोबाइल फोन से उसके परिजनों के नंबर पर कॉल आया कि बेटे की सकुशल बरामदगी के लिए 24 घंटे के अंदर 50 लाख रुपये पहुंचा दो. परिजनों ने पैसा पहुंचाने का स्थान पूछा तो मोबाइल बंद कर दिया. इसके उपरांत परिजनों ने तत्काल लिखित सूचना बेलागंज थाने की पुलिस को दी. इसपर तत्काल कार्रवाई करते हुए बेलागंज पुलिस ने इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को दी. इसके बाद तत्काल तकनीकी टीम का गठन कर युवक की सकुशल बरामदगी की कवायद शुरू हो गयी.
Also Read: पटना का गंगा पथ फिर बना रणक्षेत्र, दो दुकानदारों के बीच जम कर मारपीट, छह लोग घायल
रविवार की दोपहर एसएसपी आशीष भारती ने परिजनों से मिलकर घटना की जानकारी ली. वहीं परिजनों ने बताया कि रिषभ के साथ उसके दो-तीन साथी भी गये थे. उनसे बात करने पर उन्होंने बताया कि रिषभ को इंस्टाग्राम पर एक लड़की से संपर्क हुआ था. उसी लड़की ने मिलने के लिए शुक्रवार को पटना बुलाया था. जब रिषभ पटना के संपतचक पहुंचा तो उस लड़की से रिषभ की मुलाकात हुई और रिषभ उन्हें छोड़ उस लड़की को पीछे बैठा कर चल दिया.