गया. पितृपक्ष मेला क्षेत्र में नगर निगम की ओर से सफाई की जिम्मेदारी प्राइवेट एजेंसी को सौंप दी गयी है. देवघाट व अन्य पिंडदान वाले स्थलों पर सफाई की चकाचक व्यवस्था शनिवार को देखने को नहीं मिली. कोई पूजा सामप्त कर चला गया है और दूसरे को उसी जगह पिंडदान करने के लिए गंदगी के बगल में बैठना पड़ रहा था. इतना ही नहीं बगल में डस्टबिन भरने के बाद खाली करने के लिए कर्मचारी को बहुत दूर जाना पड़ रहा है.
निगम से सफाई के नोडल अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि देवघाट पर सफाई करने में कई तरह की दिक्कत आ रही है. यहां जिम्मेदारी एजेंसी को दी गयी है. लेकिन पिंडदानी हर जगह पिंडदान के लिए बैठ जा रहे हैं. तो यहां से कचरा उठाव करने के लिए जगह ही नहीं मिलता है. उन्होंने बताया कि डस्टबिन को रखने के लिए भी यहां जगह नहीं मिल पा रही है. कचरा उठाव कर बड़ी गाड़ियों तक पहुंचाने का रास्ता भी लंबा हो गया है.
पहले नदी में पानी नहीं रहने पर नदी में ट्रैक्टर लगाकर कचरा हटाया जाता था. अब वह स्थिति नहीं है. श्मशान घाट पर गाड़ी में कचरा डाला जा रहा है. इस कारण देरी हाेती है. पंडित को यहां पिंडदान के लिए आगे तक जाना चाहिए. ऐसा नहीं कर पंडित देवघाट पर सिमट जा रहे हैं. इस पर विचार कर जल्द ही स्थिति को सुधार लिया जायेगा.
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शनिवार की सुबह नदी में प्रवाहित फूल व पूजन सामग्री को नहीं छानने पर लोगों ने विरोध किया. हालांकि, समय रहते यहां निगम के अधिकारी पहुंच कर तुरंत ही वेस्टेज को छानने में कर्मचारियों को लगाया. स्थानीय लोगों का कहना था कि पिछले मेला के दौरान सफाई को लेकर इतनी अव्यवस्था नहीं सामने आती थी. उस बार जनप्रतिनिधि भी इस काम पर निगरानी रखने के लिए हर वक्त सक्रिय रहते थे. लेकिन, इस बार चुनाव की घोषणा होने के बाद जनप्रतिनिधि अपने चुनाव को लेकर व्यस्त हो गये हैं.