गया जिले के गुरुआ प्रखंड की चिलोर पंचायत के प्राथमिक विद्यालय, बारा सोमवार को 21वें दिन खुल गया. विद्यालय खुलने की सूचना पर बच्चे किताब, कॉपी लेकर पढ़ने के लिए पहुंचे. हालांकि पहले दिन स्कूल में उपस्थिति कम रही. चार सालों से बंद एमडीएम पर निर्णय नहीं हुआ, बच्चे खाना से वंचित हैं. विद्यालय बंद रहने की खबर प्रभात खबर ने लगातार प्राथमिकता से छापी गयी. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार व एमडीएम प्रभारी सहित एक टीम ने शनिवार को बारा स्कूल पहुंच कर पूर्व रसोइयों को समझाया- बुझाया था. लेकिन पूर्व के रसोइयों ने अपने चयन मुक्त व नये रसोइयों के चयन के विरोध में अड़ी थी और स्कूल का ताला नहीं खुलने दिया.
जिला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम के निर्देश के आलोक में बीइओ ने स्कूल संचालन में व्यवधान डालने के आरोप में उनके खिलाफ कारवाई के लिए स्थानीय थाना में थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह को आवेदन दिया. मामला एफआइआर तक पहुंचने पर सभी पूर्व के रसोइयों ने एकजुट होकर निर्णय लिया कि हमलोग स्कूल खोलने में बाधा नहीं डालेंगे. इसके बाद सोमवार को स्कूल का ताला खोल दिया गया और पूर्व की तरह सुचारु ढंग से पठन-पाठन शुरू किया गया. विद्यालय के प्रधानाध्यापिका तान्या ने बताया कि स्कूल खुलने के बाद बच्चों में काफी उत्साह था. क्लास रूम में पढ़ाई के प्रति काफी गंभीर थे. बंद के दौरान बाधित पढ़ाई को पूरा करने का प्रयास करूंगी. इधर, चिलोर पंचायत के मुखिया मंजू देवी व शिक्षक रामाशिष प्रजापति ने स्थानीय थानाध्यक्ष, बीइओ सहित विद्यालय खुलवाने में लगे अन्य लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया है.
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बीइओ शैलेंद्र कुमार ने बताया कि पूर्व के रसोइयों से बातचीत करने के बाद सोमवार से सुचारु ढंग से विद्यालय का संचालन शुरू हो गया है. हालांकि मध्याह्न भोजन योजना का संचालन अभी बाधित है. इसके लिए मध्याह्न भोजन साधन सेवी समेतजिला के पदाधिकारी अपने स्तर से जांच पड़ताल कर रहे हैं. जल्द ही मध्याह्न भोजन योजना भी शुरू करायी जायेगी.