जितेंद्र मिश्र/ गया. मगध मेडिकल अस्पताल में एक बार फिर लापरवाही की सारी हदें पार करने वाली घटना सामने आयी है. अस्पताल में एक बुजुर्ग के रखे हुए शव के निचले हिस्से के होंठ व नाक को चूहे कुतर कर खा गये. घटना 24 जुलाई की रात की है. 25 जुलाई को परिजन शव लेने पहुंचे, तो इस तरह की जानकारी मिली. अस्पताल कर्मचारियों को जानकारी मिलने के बाद हर कोई इस पर पर्दा डालने में जुट गया.
आनन-फानन में शव को भेजते वक्त कफन तक नहीं दिया गया. इतना ही नहीं, शव को श्मशान घाट तक ले जाने के लिए मर्चरी वान तक उपलब्ध नहीं कराया गया. परिजन प्राइवेट एंबुलेंस से ही शव को लेकर श्मशान घाट पहुंचे. इसके बाद भी अस्पताल में कोई इस घटना पर अफसोस जाहिर तक नहीं कर रहा है. सभी अपने आप को क्लीन चिट देने में जुटे हुए हैं. मगध मेडिकल में इस तरह की घटना पहले भी हुई है.
मृतक के परिजन नंदकिशोर द्विवेदी ने बताया कि नवादा जिले के गोविंदपुर थाने के विशनपुर गांव के रहनेवाले 84 वर्षीय रामजी तिवारी को 21 जुलाई को मगध मेडिकल के इमरजेंसी में भर्ती कराया था. 24 जुलाई की रात नौ बजे के बाद उनकी मौत हो गयी. शव को इमरजेंसी के अंदर बनी सीढ़ी के नीचे रख दिया गया. परिजन शव को लेने पहुंचे, तो देखा कि होंठ के निचले हिस्से व नाक का एक भाग चूहे कुतर कर खा गये हैं.
शव को चूहे द्वारा कुतरने के मामले की जानकारी मिली है. किसी भी हालत में दूसरी जगह पर शव नहीं रखना है. इस तरह के मामले को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. -डॉ एनके पासवान,प्रभारी अधीक्षक