किसान आंदोलन पर केंद्र सरकार की ओर से सभी मांगें मानने के बाद प्रोटेस्ट खत्म कर दिया है. 381 दिन बाद अब सभी किसान गाजीपुर बॉर्डर से अपना टेंट हटा लेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शन पाल सिंह ने इसकी घोषणा की है. गाजीपुर बॉर्डर पर यूपी के किसान आंदोलन कर रहे थे.
जानकारी के अनुसार संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक के बाद आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया गया है. बैठक से पहले सरकार की ओर से किसान मोर्चा को एक लिखित प्रस्ताव दिया गया था. प्रस्ताव पर किसान संगठनों ने चर्चा करने के बाद आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया है. बता दें कि गाजीपुर बॉर्डर पर पश्चिमी यूपी के किसान धरना दे रहे थे.
आंदोलन समाप्ति की घोषणा 11 दिसम्बर से मोर्चे खाली करेंगे किसान#FarmersProtest @ANI @PTI_News pic.twitter.com/D2JIl2dH9u
— Dharmendra Malik (@Dmalikbku) December 9, 2021
आंदोलन खत्म होने का ऐलान करते हुए भाकियू के प्रवक्ता धर्मेंद्र मल्लिक ने ट्वीट कर लिखा, ’15 दिसम्बर तक टोल प्लाजा खाली होंगे. संयुक्त किसान मोर्चा की अगली बैठक 15 जनवरी को नई दिल्ली में होगी.’ बता दें कि गाजीपुर बॉर्डर पर धरने का नेतृत्व राकेश टिकैत की अध्यक्षता में भाकियू कर रही थी.
15 जनवरी को होगी समीक्षा– किसान नेताओं ने ऐलान किया है कि सरकार के वादों का 15 जनवरी को समीक्षा की जाएगी. भाकियू नेता धर्मेंद्र मलिक ने बयान जारी कर कहा कि आंदोलन अभी स्थगित किया गया है. समीक्षा की जाएगी अगर सरकार वादे निभाने में असफल रही, तो आंदोलन पर फिर विचार किया जाएगा.
गाजीपुर से आंदोलन ने पकड़ी थी रफ्तार– बता दें कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के बाद किसान आंदोलन खत्म माना जा रहा था, लेकिन 29 जनवरी को राकेश टिकैत ने मीडिया के सामने आकर आंदोलन चलाने की बात कही. इसके बाद आंदोलन फिर से रफ्तार पकड़ ली.