Jharkhand News: केंद्र सरकार ने मनरेगा के लिए 80 करोड़ की राशि अभी तक विमुक्त नहीं की है. इसके कारण नौ हजार से अधिक की योजनाएं अधूरी हैं. हाल में मनरेगा के तहत सरकार ने ‘पानी रोको-पौधा रोपो’ अभियान शुरू की है. प्रखंड के 1300 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधरोपण करने का लक्ष्य है. इसमें आपूर्तिकर्ता ही लाभुक को फलदार पौधे देंगे. आम व अमरूद का पौधा उपलब्ध कराने का निर्देश आपूर्तिकर्ता को निर्देश दिया गया है. पौधे की राशि आपूर्तिकर्ता के खाता में RTGS होगी. वहीं, पौधरोपण अभियान में मजदूरी मद की राशि मजदूरों के खाते में दी जायेगी.
केंद्र सरकार देती है मनरेगा मद की राशि
हालांकि, मनरेगा में केंद्र सरकार ने राज्य स्तर पर एक खाता रखा है. इस खाता में ही मनरेगा मद की राशि केंद्र सरकार देती है. प्रत्येक माह के छह से आठ तारीख के बीच ऑनलाइन में राशि निकासी का ऑप्शन खुला रहता है. इसी तिथि में मनरेगा मेठ राशि की निकासी कर मनरेगा में काम करने वाले लोगों के बीच वितरण करते हैं.
नौ हजार से अधिक योजना नहीं हुई पूरी
राशि के अभाव में पिछले वित्तीय वर्ष की नौ हजार से अधिक योजनाएं अपूर्ण हैं. पिछले वित्तीय वर्ष 1,58,691 योजना शुरू की गयी थी. इनमें से 1,32,137 योजनाएं पूरी कर ली गयी है. अभी तक केंद्र सरकार ने इस मद में राशि विमुक्त नहीं की है. मजदूरी के लिए मजदूर प्रखंडों का चक्कर काट रहे हैं.
राशि विमुक्ति के लिए प्रयास जारी
निदेशक डीआरडीए के निदेशक आलोक कुमार ने कहा कि मनरेगा में इस वित्तीय वर्ष में 80 करोड़ की राशि विमुक्त करने के लिए विभागीय प्रयास जारी है. राशि मिलने के बाद मजदूरों को मजदूरी मिलेगी. पानी रोको-पौधा रोपो अभियान के तहत मैटेरियल मद की राशि आपूर्तिकर्ता के खाता में आरटीजीएस कर दी जायेगी. एक सप्ताह में राशि आने की उम्मीद है.
Posted By: Samir Ranjan.