गिरिडीह, सूरज सिन्हा. सीसीएल गिरिडीह कोलियरी के सुरक्षा विभाग के सिक्योरिटी गार्ड विकास रविदास पर अहले सुबह कोयला चोरों ने हमला कर दिया. कोयला चोरों ने विकास के साथ धक्का-मुक्की की. साथ ही साथ उनकी वर्दी को भी फाड़ दिया. इस संबंध में सीसीएल सुरक्षा गार्ड विकास रविदास ने बताया कि उन लोगों को सूचना मिली कि कबरीबाद माइंस में भारी संख्या में कोयला चोर घुसे हुए हैं. इस सूचना पर वे लोग कबरीबाद माइंस पहुंचे, जहां लगभग डेढ़ सौ की संख्या में कोयला चोर मौजूद थे. उन्होंने बताया कि माइंस के एक के हिस्से में 5-6 की संख्या में कोयला चोर मौजूद थे.
सुरक्षा गार्ड विकास रविदास ने बताया कि जब वह उन्हें कोयला चोरी करने से रोकने गए तो चार कोयला चोरों ने उन पर हमला बोल दिया. उनके साथ धक्का-मुक्की की और उनकी वर्दी भी फाड़ दी. उन्होंने बताया कि कोयला चोर कोपा गांव के रहने वाले हैं. इस घटना को लेकर सिक्योरिटी गार्ड्स में आक्रोश है. बताया गया कि इस मामले को लेकर गिरिडीह कोलियरी के महाप्रबंधक बासब चौधरी को सूचना दे दी गई है. सुरक्षा विभाग के इंस्पेक्टर नकुल नायक ने बताया कि घटना को लेकर मुफस्सिल थाना में दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी.
बता दें कि गिरिडीह कोलियरी में कोयला चोरों द्वारा आये दिन लगातार उत्पात मचाने की खबरें आती रहती हैं. कबरीबाद माइंस के अलावा ओपनकास्ट परियोजना, सीपी साइडिंग, डंपयार्ड आदि स्थलों से कोयले की चोरी की जाती है. इस गौरखधंधे में कई सिंडिकेट काम करता है. सीसीएल क्षेत्र से कोयले की चोरी कर इसे दूसरे इलाकों में टपाने का काम किया जाता है. इससे एक ओर जहां सीसीएल को नुकसान होता है. वहीं, दूसरी ओर कोयला माफिया मालामाल हो रहे हैं. सूत्र बताते हैं कि चार वर्षों के बाद जब कबरीबाद माइंस चालू हुआ तो सीसीएल प्रबंधन ने कोयला उत्पादन में तेजी लाई. रोड सेल और रैक से कोयला भेजा जाने लगा. हालांकि, सीसीएल द्वारा उत्पादित कोयले की चोरी प्रबंधन और सुरक्षा विभाग के साथ-साथ पुलिस प्रशासन के लिए भी चुनौती बनी हुई है.
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