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डीसी समेत मुख्यमंत्री और राज्यपाल को लिखा पत्र प्रतिनिधि
मिरनाल कुमार, गिरिडीह : अंचलाधिकारी से जमीन की रिपोर्ट लिए बिना ही गिरिडीह नगर निगम पर रैयती जमीन पर ही जबरन मिनी स्टेडियम बनवाने का आरोप लगा है. आरोप गिरिडीह के प्रसिद्ध माइका निर्यातक स्व चांदमल रजगढ़िया के पोते अनूप रजगढ़िया ने लगाया है. उन्होंने राज्यपाल, मुख्यमंत्री, नगर विकास विभाग के सचिव, डीसी, एसपी, गिरिडीह के सीओ व निगम की उप नगर आयुक्त को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगायी है. श्री रजगढ़िया का कहना है कि हरसिंहरायडीह में वनांचल कॉलेज से सटे उनकी कुल 239 डिसमिल रैयती जमीन है. जमाबंदी कायम होने के बाद पुराने जमाने से सरकारी राजस्व रसीद भी प्राप्त हो रहा है. लेकिन, पिछले दिनों गिरिडीह नगर निगम ने उनकी रैयती जमीन पर मिनी स्टेडियम का शिलान्यास करवा निर्माण का कार्य भी शुरू कर दिया है. बताया कि उनकी दादी स्व चंद्रमणि देवी ने दो डीड के माध्यम से 1947 और 1950 में जमीन की खरीदी थी. वर्तमान में खाता नंबर 35 प्लॉट नंबर 442 में कुल 164 डिसमिल जमीन पर स्टेडियम बनाने का कार्य चल रहा है. मालूम रहे कि पिछले दिनों ही गिरिडीह के सांसद और विधायक ने संयुक्त रूप से कालूराम मोदी मेमोरियल वनांचल कॉलेज के लिए मिनी स्टेडियम की आधारशिला रखी है.
मापी के आवेदन में भी टालमटोल
रजगढ़िया ने बताया कि जमीन की जांच में टालमटोल की जा रही है. उनकी जानकारी में संजय कुमार मोदी ने कालू राम मोदी मेमोरियल वनांचल कॉलेज के लिए तत्कालीन राज्यपाल को डीड संख्या 3344 और 3345 के माध्यम से 7.19 एकड़ जमीन दान में दी है. यह जमीन खाता नंबर 37, 63 और 67 की है, जिसका प्लॉट नंबर 440, 441, 443, 450 व 451 है. जबकि, स्टेडियम का निर्माण कार्य खाता नंबर 35 और प्लॉट नंबर 442 पर किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जमीन की मापी के लिए ऑनलाइन आवेदन भी उन्होंने पांच माह पूर्व ही दिया था. लेकिन, इस मामले में भी टालमटोल किया जा रहा है.
गैर कानूनी कार्य कर रहा है नगर निगम : अशोक रजगढ़िया
सीएमआर केपौत्र अशोक रजगढ़िया का कहना है कि नगर निगम जबरन यह कार्य कर रहा है और लिखित आवेदन के बाद भी कोई सुनने वाला नहीं है. बताया कि नगर निगम द्वारा कॉलेज से एनओसी लेने की बात कही जा रही है, जबकि जमीन मेरी है. ऐसे में मेरे जमीन पर कोई दूसरा व्यक्ति या संस्थान द्वारा एनओसी दिया जाना कितना विधि सम्मत है. कहा कि यदि सरकार की संस्थान में ऐसा काम होगा तो आम लोग न्याय के लिए कहां जायेंगे.
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कर्मचारी और सीआई से मांगी गयी है रिपोर्ट : सीओ
गिरिडीह के सीओ मो असलम ने बताया कि मिनी स्टेडियम बनाये जाने को लेकर एक आपत्ति पत्र प्राप्त हुआ है. रैयत के आवेदन पर कर्मचारी और सीआई से रिपोर्ट मांगी गयी है. लेकिन, अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली है. वब इस मामले को लेकर फिर रिमाइंडर करेंगे.
जमीन हड़पने की साजिश है : बालेंदु
इधर कालूराम मोदी मेमोरियल वनांचल कॉलेज के शासी निकाय के सचिव प्रो बालेंदु शेखर त्रिपाठी का कहना है कि उक्त जमीन मौखिक दान में प्राप्त हुआ है. जबरदस्ती स्टेडियम बनाये जाने की कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा कि स्टेडियम किसी व्यक्ति का निजी नहीं है, बल्कि यह सार्वजनिक हित में है. कुछ लोग जमीन हड़पने की मंशा से विवाद खड़ा कर रहे हैं.
एनओसी लेकर किया जा रहा है स्टेडियम का निर्माण : उप नगर आयुक्त
गिरिडीह नगर निगम की उप नगर आयुक्त स्मृता कुमारी का कहना है कि स्टेडियम का निर्माण जमीन का एनओसी लेने के बाद किया जा रहा है. कालू राम मोदी मेमोरियल वनांचल इंटर महाविद्यालय के प्राचार्य निर्मल कुमारी शाही ने स्टेडियम निर्माण हेतु अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है जमीन का विवाद रैयत और कॉलेज प्रबंधन के बीच हो, हमें इसकी कोई जानकारी नहीं है. सूत्रों का कहना है कि 26 जुलाई, 2023 को पत्रांक 50/2023 के माध्यम से इंटर कॉलेज के प्राचार्य ने एनओसी दिया है. इस एनओसी में जमीन का विवरण तक नहीं है. स्टेडियम निर्माण के लिए एनओसी तो दे दी गयी है, पर यह किस जमीन पर बनेगी, इसका उल्लेख तक नहीं है. एनओसी में कहा गया है कि शासी निकाय द्वारा स्टेडियम निर्माण के लिए प्राचार्य को एनओसी देने के लिए निर्देशित किया गया है. मालूम रहे कि इस गोल-मटोल पत्र के बाद भी एक करोड़ 51 लाख रुपये के लागत से मिनी स्टेडियम के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है.
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