बेंगाबाद : बेंगाबाद के अग्र परियोजना कार्यालय में तसर से जुड़े किसानों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर सोमवार से शुरू हुआ. उद्घाटन बीडीओ निशा कुमारी ने किया. शिविर में भलकुदर पंचायत के बांसजोर गांव के तसर उत्पादन से जुड़े किसान भाग ले रहे हैं. बीडीओ ने कहा कि समय बदल रहा है. पुरानी पद्धति के स्थान पर नयी तकनीक का इस्तेमाल करें, ताकि अधिक मुनाफा हो सके. किसानों को तसर उत्पादन में असीमित संभावना की जानकारी दी. परियोजना पदाधिकारी रवि शंकर शर्मा ने कहा यह पुनश्चर्या प्रशिक्षण शिविर है, जिसमें किसानों को पुनः इस खेती में उतरना है. तसर की खेती में आने वाली बाधाओं व इसके निदान के बारे में जानकारी दी जा रही, ताकि किसान समय पर सचेत होकर खेती कर अधिक लाभ कमा सकें.
नयी तकनीक से किसानों को कम मेहनत में अधिक लाभ होने की संभावना है. किसानों को कीट से तसर को बचाने के लिए चूना व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि यह सभी किसान जानते हैं, लेकिन सही मात्रा की जानकारी नहीं होने से कठिनाई होती है. एक समय ऐसा आता है जब तसर के कीड़े जिस पेड़ में होते हैं उसमें एक भी पत्ता नहीं बचता है. इस स्थिति में किसानों को लगता है कि भोजन के लिए पत्ता नहीं है. इसके कारण वह कीड़े को दूसरे पौधे में स्थानांतरित करते हैं. लेकिन, यह समय कीड़ा को केचुआ बदलने का समय होता है. इसलिए कीड़े के साथ छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिये. मौके पर सुरेंद्र साहू, मनीष कांत झा, सुनीता, सुमन, पंकज, रामदेव, रोहित आदि उपस्थित थे.