गरीब परिवार के बच्चियों को दूसरे राज्य के लड़कों के साथ फर्जी विवाह कर बेचने वाले एक गिरोह का खुलासा हुआ है. पुलिस ने यह कार्रवाई मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के उसरी फॉल के समीप एक मंदिर के पास छापामारी कर की है. पुलिस ने इस मामले में गिरिडीह के एक दलाल, ड्राइवर समेत राजस्थान के पांच लोगों कुल सात को गिरफ्तार किया है. मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के एक गांव की नाबालिग लड़की की शादी राजस्थान के एक युवक के साथ शुक्रवार को किसी मंदिर में होनी थी.
इसकी तैयारी हो चुकी थी. इसी बीच किसी ने मामले की जानकारी प्रशासन को दे दी. सूचना पर सीडब्ल्यूसी के जीतू कुमार, वनवासी विकास आश्रम में सचिव सुरेश शक्ति, कैलाश सत्यार्थी की अंजलि कुमारी, बचपन बचाओ अभियान, चाइल्ड लाइन के मुकेश कुमार, रूपा कुमारी, मार्गेट मुर्मू व मुफ्फसिल थाना पुलिस सभी मंदिरों में तलाशी शुरू की.
जानकारी मिली कि गिरोह के सदस्य उसरी फॉल के समीप स्थित एक मंदिर में छिपे हैं, वहीं शादी की तैयारी चल रही है. इसी बीच टीम वहां पहुंची और एक दलाल के साथ राजस्थान के गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से 60 हजार नकद, कपड़ा, मांगटीका, मिठाई समेत अन्य सामान बरामद हुआ. बताया जाता है कि नाबालिग लड़की के घरवालों को एक लाख देने का भरोसा दूल्हे व उसके घरवालों ने दिया था. 60 हजार भुगतान कर भी दिया गया था, लेकिन शादी से पहले दूल्हा समेत अन्य सदस्य गिरफ्तार हो गये.
गिरोह का मास्टरमाइंड भरकट्टा का रहने वाला बद्री रजक है. बद्री इसके पूर्व करीब आधा दर्जन नाबालिग लड़कियों की शादी राजस्थान के अलावे अन्य प्रदेशों में करायी है. गिरफ्तार होने वालों में लड़का परमेश्वर अलेड़िया, सिकर राजस्थान, लड़ाका का भाई गोर्वधन कुमार, गुन्गारा राजस्थान, लड़का का जीजा नेता राम सवंलोढा, सिकर, राजस्थान, भतीजा विकास अलेड़िया राजस्थान, पड़ोसी मनोहर लाल कुमावत लखीपुर राजस्थान, दलाल बद्री रजक भरकट्टा व चालक मुफस्सिल थाना क्षेत्र का आनंद कुमार शामिल हैं. वाहन के मालिक को भी गिरफ्तार किया गया है.