Jharkhand Naxalites News: गिरिडीह जिले में नक्सलियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है. नक्सलियों ने डुमरी प्रखंड के अमरा पंचायत सचिवालय के सामने और विष्णगढ़ क्षेत्र के राज्यकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, मडमो में काला झंडा फहरा कर अपनी उपस्थिति दर्ज करायी है. इस दौरान पर्चे भी छोड़े हैं. जानकारी मिलते ही पुलिस काला झंडा और पर्चे को जब्त कर लिया. वहीं, दूसरी ओर खरकी में एक मोबाइल टावर का उड़ा दिया.
मालूम हो कि एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शिला दी के गिरफ्तारी के विरोध में नक्सली संगठन 21 से 26 जनवरी तक प्रतिरोध दिवस मना रहे हैं. वहीं, 27 जनवरी को एक दिवसीय बिहार- झारखंड बंद की घोषणा की है. इस प्रतिरोध दिवस के दौरान नक्सलियों ने दो बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती देने का काम किया है.
नक्सलियों ने डुमरी प्रखंड क्षेत्र स्थित अमरा पंचायत सचिवालय के आगे काला झंडा फहरा कर पर्चा छोड़ा है. नक्सलियों ने वर्षों बाद इस तरह की हरकत की है. 73वें गणतंत्र दिवस के मौके पर नक्सलियों ने इस तरह का कार्य कर जेल में बंद प्रशांत बॉस तथा शीला दी की बेहतर सुविधा स्वास्थ्य मुहैया करवाने एवं बिना शर्त रिहा करने की मांग की है. नक्सलियों ने काले झंडे फहरा कर नक्सली पर्चे भी छोड़े हैं.
Also Read: झारखंड-छग बॉर्डर पर नक्सलियों का मूवमेंट, पुलिस ने सुरसांग थाना के निर्माणाधीन भवन की बढ़ायी सुरक्षाआमरा पंचायत सचिवालय के सामने नक्सलियों द्वारा काला झंडा फहराने की जानकारी ग्रामीणों ने डुमरी थाना के पुलिस पदाधिकारियों को दी. जानकारी मिलते ही डुमरी पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर नक्सलियों द्वारा फहराये गये काले झंडे को जब्त कर लिया है. साथ ही क्षेत्र में जांच पड़ताल भी तेज कर दी है. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि नक्सलियों के किसी भी मंसूबों को पुलिस प्रशासन कभी सफल होने नहीं देगा. उन्होंने नक्सलियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील भी की.
नक्सलियों ने मंगलवार की देर रात को गिरिडीह जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के खरकी में एक मोबाइल टावर के कंट्रोल रूम को बम से उड़ा दिया. इससे कंट्रोल रूम पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. बम की आवाज रात में काफी दूर तक सुनायी दी. इससे पहले भी जिले में नक्सली मोबाइल टावर को निशाना बनाते रहे हैं.
वहीं, बुधवार की सुबह नक्सलियों ने जिले के मडमो स्थित राज्यकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय परिसर में काला झंडा फहराया. इस दौरान पर्चे भी छोड़े. पर्चे में किसन दा और उनकी पत्नी शिला दी की जल्द रिहाई की बात कही है. बता दें कि नक्सली इनदिनों प्रतिरोध दिवस मना रहा है.
रिपोर्ट : मृणाल कुमार, डुमरी, गिरिडीह.