गिरिडीह जिले के बिरनी थाना क्षेत्र में 25 वर्षीया एक महिला दुष्कर्म से इस कदर आहत हुई कि अपने शरीर पर केरोसिन छिड़क आग लगा ली. बुरी तरह जली अवस्था में महिला को इलाज के लिए बोकारो जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बुधवार को उसकी मौत हो गयी. दुष्कर्म की घटना 21 सितंबर की शाम गुंडीटांड़ जंगल में घटी. बिरनी थाना क्षेत्र के दलांगी निवासी मुस्तकीम अंसारी के पुत्र नियाज अंसारी पर महिला से दुष्कर्म करने का आरोप है. महिला ने 23 सितंबर को खुद को आग लगायी थी. थाना प्रभारी मृत्युंजय कुमार सिंह ने बताया कि मृतका के पिता की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. आरोपी घर से फरार है. उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
पिता ने शिकायत में कहा है कि उसकी पुत्री की शादी हजारीबाग जिला में हुई थी. उसको दो बच्चे हैं. 21 सितंबर की शाम लगभग पांच बजे नियाज अंसारी उसकी पुत्री की ससुराल पहुंचा. उसने मां के बीमार होने की बात कह साथ चलने की बात कही. नियाज के कहने पर महिला उसकी बाइक से मायके के लिए निकल गयी. सरिया में बराकर नदी पार करने के बाद नियाज अपनी बाइक गुंडीटांड़ जंगल की ओर मोड़ लिया. इस पर महिला ने पूछा कि उसे घर नहीं ले जाकर जंगल की ओर क्यों ले जा रहा है. नियाज ने कहा कि उसकी मां बीमार नहीं है. बीच जंगल में ले जाकर उसने चाकू के बल पर महिला से दुष्कर्म किया और हो-हल्ला करने पर जान से मारने की धमकी दी. महिला ने विरोध किया तो आरोपी उसे दलांगी ले गया और वापस लौटकर एक स्कूल के पास उतार कर भाग निकला. महिला किसी तरह रात में अपने मायके पहुंची और चिल्लाने लगी. उसे बदहाल स्थिति में देख परिजन पूछताछ करने लगे. इसी दौरान वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गयी. होश में आने पर उसने घटना की पूरी जानकारी दी.
ससुरालवालों ने अपनाने से किया इंकार
22 सितंबर को पीड़ित महिला को लेकर उसके पिता ससुराल पहुंचे. सास, ससुर व अन्य लोग महिला से पूछताछ करने लगे. जानकारी होने पर ससुरालवाले उसे अपनाने से इंकार कर दिये. ससुरालवाले व अन्य लोगों ने आरोपी नियाज से फोन पर पूछा तो उसने घटना को सत्य बताया और कहा कि वह उससे शादी कर लेगा. इसके बाद पीड़िता अपने मायके लौट आयी. महिला के परिजन 23 सितंबर को आरोपी के घर दलांगी पहुंच उसके परिवारवालों को मामले की जानकारी दी. उस वक्त नियाज घर में नहीं था. 24 सितंबर को आरोपी को बुलाकर फैसला करने की बात कही. इससे आहत होकर महिला ने 23 सितंबर की रात लगभग 12 बजे केरोसिन छिड़क आग लगा ली. हो-हल्ला सुन परिजनों ने आग बुझायी, तब तक वह काफी जल चुकी थी. रात में ही उसे इलाज के लिए बीजीएच ले जाया गया, जहां बुधवार को उसने दम तोड़ दिया. पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर बुधवार की शाम गांव पहुंचे.
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