गिरिडीह, मृणाल कुमार. 15 लाख के इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा की गिरफ्तारी के विरोध में 22 जनवरी को नक्सलियों के द्वारा बुलाये गये झारखंड बंद को लेकर पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है. एसपी अमित रेणु खुद नक्सलियों की हर गतिविधियों पर नजर बनाये हुए हैं, दूसरी ओर एएसपी अभियान गुलशन तिर्की और डुमरी एसडीपीओ मनोज कुमार भी बंद को लेकर पूरी तरह से अलर्ट हैं और नक्सली बंद को लेकर हर मूवमेंट पर नजर बनाये हुए हैं. रेलवे पटरी व सरकारी भवनों पर विशेष नजर रखने का निर्देश दिया गया है. बंद को देखते हुए पुलिस ने सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है.
पुलिस का सर्च अभियान तेज
22 जनवरी यानी रविवार को नक्सलियों ने 24 घंटे के लिए झारखंड बंद का ऐलान किया है. नक्सली बंद की शुरुआत शनिवार रात 12 बजे से ही हो गयी है. ऐसे में रात के वक्त नक्सली किसी घटना को अंजाम नहीं दें, इसे लेकर शनिवार की सुबह से ही पारसनाथ से लेकर झारखंड-बिहार के सीमावर्ती इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस ने सर्च अभियान तेज कर दिया है. नक्सल प्रभावित इलाकों में आने-जाने वाले वाहनों की सघन जांच की जा रही है. इसके अलावा संदिग्धों पर भी नजर रखी जा रही है.
रेलवे पटरी व सरकारी भवनों पर विशेष नजर रखने का निर्देश
एसपी अमित रेणु ने नक्सली बंद को लेकर विशेष तौर पर सभी थाना प्रभारियों को रेलवे पटरी और सरकारी भवनों पर विशेष नजर रखने का निर्देश दिया है क्योंकि बीते साल एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के बाद नक्सलियों ने बंद के दौरान रेलवे पटरी से लेकर मोबाइल टावर तक को विस्फोट कर उड़ा दिया था. ऐसे में इस बार पुलिस विशेष तौर पर रेलवे पटरी पर नजर बनाई हुई है. इधर, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 15 लाख के इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा की गिरफ्तारी के विरोध में नक्सलियों के द्वारा बुलाये गये बंद के दौरान नक्सली किसी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं. इसे लेकर खुफिया विभाग को भी अलर्ट किया गया है. इधर, देर शाम के बाद गिरिडीह-डुमरी मुख्य मार्ग में पुलिस ने पेट्रोलिंग तेज कर दी और वाहनों को सुरक्षा के साथ भेजा जा रहा था.