दीपक पांडेय, तोपचांची : गिरिडीह जिले के पीरटांड़ प्रखंड में खुखरा थाना क्षेत्र की पारसनाथ पहाड़ी की तराई में स्थित शृंखलाबद्ध पहाड़ी पर्वतपुर-पांडेयडीह की तलहट्टी से सुरक्षा बलों ने एक हार्डकोर नक्सली को पकड़ा है. गिरफ्तार नक्सली प्रशांत मांझी बताया जाता है, जिस पर 10 लाख रुपये का इनाम है. पुलिस ने उसकी सुरक्षा में लगे पांच नक्सलियों को भी दबोचा हैं, जिनमें दो महिला और तीन पुरुष हैं.
गिरफ्तार प्रशांत मांझी के पास से एक एके 47, जिंदा कारतूस, मोबाइल चार्जर, साबुन एवं अन्य सामान बरामद किये गये हैं. अन्य नक्सलियों के पास से भी हथियार बरामद होने की सूचना है. कार्रवाई गुरुवार की दोपहर की गयी. गिरिडीह जिला पुलिस गिरफ्तारी की बाबत कुछ भी बताने से साफ इनकार कर रही है.
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हथियारों के अलावा जिंदा कारतूस, मोबाइल चार्जर, साबुन एवं अन्य सामान बरामद
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शृंखलाबद्ध पहाड़ी पर्वतपुर-पांडेयडीह की तलहटी में छुपा था दस्ता
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सुरक्षा बलों से घिरा देख सरेंडर करने में ही भलाई समझी
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महिला नक्सली से मिलने संताल से आया था संगठन का सदस्य
हालांकि सूत्रों का कहना है कि प्रशांत मांझी समेत छह नक्सलियों को दबोचा गया है. पुलिस इनका आपराधिक इतिहास पता कर रही है. यही वजह है कि गिरफ्तारी की बाबत सुरक्षा बल आधिकारिक रूप से कुछ भी बताने से इनकार कर रहे हैं.
बताया जाता है कि हार्डकोर माओवादी प्रशांत मांझी के अपने दस्ते के साथ पांडेयडीह जंगल के नीचे तलहट्टी में मौजूद होने की गुप्त सूचना पुलिस को मिली थी. गिरिडीह जिला पुलिस और सीआरपीएफ ने तुरंत एक टीम बना कर उस जगह की चारों ओर से घेराबंदी कर पूरे इलाके को सील कर दिया. जांच के क्रम में नक्सली प्रशांत मांझी अपने दस्ते के कुछ नक्सलियों के साथ छुपा हुआ मिल गया. प्रशांत को जब यह अहसास हाे गया कि वह सुरक्षा बलों से पूरी तरह घिर चुका है, तो उसने सामना करना मुनासिब नहीं समझा.
पहले घेरे में चल रहा था मांझी : मधुबन थाना क्षेत्र के जोभी टोला का रहनेवाला प्रशांत मांझी अपने दस्ते के पहले घेरे में मौजूद था. उसके दस्ते में 40-50 नक्सली शामिल थे. दूसरा घेरा 500 मीटर की दूरी पर मौजूद था, जो बाहरी कवच प्रदान किये हुए था. जब पुलिस ने पहले घेरे को अपने काबू में किया तो दूसरे घेरे के नक्सलियों को इसकी भनक लग गयी और वे मौके से भाग निकले. इधर, पहले घेरे में मौजूद प्रशांत के अलावा उसकी सुरक्षा में लगे दो महिला व तीन पुरुष नक्सलियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
बायीं आंख के कारण पकड़ में आया : जिस समय प्रशांत की गिरफ्तारी हुई, वह पुलिस को चकमा देने की फिराक में था. सादे लिबास में मौजूद इस हार्डकोर नक्सली को बायीं आंख दबी होने के कारण पुलिस ने पहचाना. पुलिस नक्सलियों की निशानदेही पर अन्य कई स्थानों पर छापेमारी कर रही है. बताया जाता है कि पुलिस कैंप निर्माण के दौरान ग्रामीणों के विरोध के बाद कई बड़े नक्सलियों के पारसनाथ पहाड़ी क्षेत्र में जुटान होने की सूचना है. गिरिडीह व धनबाद पुलिस, कोबरा, सीआरपीएफ, जैप, एसटीएफ आदि पारसनाथ पहाड़ी में नक्सलियों की धर-पकड़ के लिए लगातार अभियान चला रही है.
पारसनाथ पहाड़ी की तराई से छह नक्सलियों के पकड़े जाने के बाद सुरक्षा बलों के हौसले बुलंद हैं. बताया जाता है कि पीरटांड़ इलाके में ग्रामीणों द्वारा सीआरपीएफ कैंप को लेकर चलाये जा रहे आंदोलन का समर्थन देने संताल के साथ-साथ कई इलाकों के नक्सली इलाके में जमे हैं. इन नक्सलियों के इलाके में पहुंचने की जानकारी खुफिया विभाग को भी लग चुकी थी. इसके बाद से ही सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया गया था. तभी पुलिस पीरटांड़ इलाके में सर्च अभियान चला रही है.
गिरफ्तार महिला नक्सली में से एक अपने संगठन में काफी दबंग मानी जाती है. इस महिला नक्सली से मिलने के लिए संताल से संगठन का एक सदस्य आया था. संगठन के इस सदस्य को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्त में आये नक्सलियों ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां पुलिस को दी हैं.
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उन ठिकानों के बारे में बताया है, जहां नक्सलियों ने हथियार छिपाकर रखा है. पुलिस की अलग-अलग टीमें गुरुवार से ही अभियान चला रही हैं. एक टीम संताल रवाना हो चुकी है. यह टीम भी उस हथियार की खोज में लगी है, जिसे नक्सलियों ने दुमका इलाके में जंगल में छिपा कर रखा है. हालांकि पुलिस के आला अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.
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Posted by: Pritish Sahay