रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि हमारी सरकार ने पारा शिक्षक व अनुबंध कर्मियों को व्यवस्थित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने पारा शिक्षक, अनुबंध कर्मी व ठेका कर्मी की बहाली बगैर नियमावली की करा दी. अब हमारी सरकार में जल्द से जल्द सभी समस्याओं का सामना होगा. आपको बता दें कि कल हेमंत सोरेन गोड़्डा में थे. उन्होंने उक्त बातें नये समाहरणालय भवन का उद्घाटन व पुलिस लाइन भवन के शिलान्यास के बाद एक समारोह में कही.
उन्होंने कहा कि 32 साल बाद इस वर्ष कृषक पदाधिकारियों की नियुक्ति की गयी है, ताकि किसानों को कृषि संबंधी जानकारी मिल सके. कम संसाधनों में ज्यादा से ज्यादा मुनाफा हो पाये. मुख्यमंत्री ने कहा : राज्य में बिजली की समस्या को समाधान करने के लिए सौर ऊर्जा पर सरकार काम शुरू कर दी है. बिजली के उत्पादन में कोयले की जरूरत नहीं पड़ेगी. किसानों के लिए भी सौर ऊर्जा पर आधारित एक नीति लायी जा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा : सरकार हर वर्ग के कल्याण के लिए योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम कर रही है. पहले 1000 दिन से अधिक लगते थे नौकरी की बहाली में, आज हमारी सरकार 250 दिन के अंदर नियुक्तियों को प्रकाशित करायी. पारा शिक्षकों के संघर्ष को खत्म कर सबों को उचित सम्मान दिलाने का कार्य किया है.
सीएम ने कहा : कोरोना महामारी के समय बच्चों की शिक्षा में बहुत नुकसान हुआ, ऑनलाइन तो कुछ बच्चे पढ़ लिये, लेकिन सरकारी स्कूलों के बच्चों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. हमारी सरकार सभी जिलों में मॉडल स्कूल बनाने का कार्य कर रही है. इन मॉडल स्कूलों में प्राइवेट स्कूलों की तरह सारी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी.
इसके बाद ब्लॉक व पंचायतस्तर तक इसे ले जाने की तैयारी सरकार कर रही है. मुख्यमंत्री ने सहिया से कहा कि यह आप की सरकार है. हम सब आपकी हितों की रक्षा के लिए संकल्पित हैं. आपकी बात सरकार तक आ चुकी है. सरकार ने इस पर संज्ञान ले लिया है. जल्द से जल्द आपकी समस्याओं का समाधान होगा. मौके पर मंत्री आलमगीर आलम भी मौजूद थे.
मुख्यमंत्री ने कहा : राज्य के विकास के लिए अभी और काम करना है. इसके लिये जड़ तक जाना होगा. विरोधियों की जड़ पर हमला किया है. अब अपने जड़ को मजबूत करना है. सरकार ने धान की खरीदारी में 20 साल के रिकॉर्ड को तोड़ने का काम किया है. बड़े पैमाने पर राइस मिल की अनुमति दी है. साहिबगंज में डेरी प्रोजेक्ट का काम का उद्घाटन किया गया. पहले डबल इंजन की सरकार किसानों के एक लीटर दूध पर एक रूपया देती थी. हमारी सरकार अब दो रुपया दे रही है ताकि गौ पालकों को इसका फायदा मिल पाये.
Posted By: Sameer Oraon