गोपालगंज : सीवान में सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद सीमावर्ती इलाकों में रहनेवाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. दहशत में आये लोगों की स्क्रीनिंग के लिए मेडिकल टीम ने कैंप करना शुरू कर दिया है. सबसे अधिक चौकसी पूर्वी इलाका का बैकुंठपुर प्रखंड में बढ़ा दी गयी है. यह इलाका सीवान के अलावा छपरा, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर का बॉर्डर है. लिहाजा पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है. पुलिस के साथ-साथ मेडिकल टीम भी कैंप कर रही है.
क्वारेंटिन सेंटरों में रहनेवाले लोगों की स्वास्थ्य टीम ने शनिवार को स्क्रीनिंग की. इस संबंध में चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आफताब आलम ने बताया कि जिस तरह से सीमावर्ती इलाके में स्थति गंभीर होती जा रही है, ऐसी स्थिति में हम सभी चौकन्ने होकर कार्य कर रहे हैं.
क्षेत्र भ्रमण के दौरान फैजुल्लाहपुर, कृतपुरा, महारानी एवं दिघवा इत्यादि में चल रहे ग्राहक सेवा केंद्रों पर ग्राहकों का जमावाड़ा को देख कर केंद्र संचालक को फटकार लगाना पड़ता है, तब जाकर संचालक ग्राहकों की सामाजिक दूरी बनवाते हैं. उन्होंने बताया कि क्वारेंटिन सेंटरों में स्क्रीनिंग करने के बाद ग्रामीण इलाके के लोगों को जागरूक किया जा रहा है, ताकि लोग अपने घरों में रहें और ज्यादा जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलें. डॉ आफताब ने बताया कि कोरोना के कोहराम पर विराम घरों में रह कर ही लगाया जा सकता है.
लक्षवार के पास रह रहे सीवान के पांच लोगों का कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया. शुक्रवार की देर शाम पुलिस ने सभी लोगों को एसएस बालिका में लेकर आयी, जहां सैंपल लेने के बाद इन सभी लोगों को आइसोलेट कर दिया गया. पुलिस की माने तो धार्मिक स्थल पर सभी लोग आये थे, लॉकडाउन होने के कारण यहां रह रहे थे.