गोपालगंज : आम लोगों की परेशानी के साथ कोरोना संकट ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सर्राफा बाजार पर ताला लगा दिया है. लगन का मौसम शुरू हो गया है. शहर के पुरानी रोड, जादोपुर रोड, मेन रोड में सन्नाटा पसरा है. दुकानों पर ताले लटके हैं. प्रत्येक साल अप्रैल महीने में इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर सर्राफा दुकानों तक ग्राहकों की भीड़ उमड़ती थी. दुकानदारों की मानी जाये तो अप्रैल माह में जिले में प्रतिदिन आभूषण, बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की चार करोड़ से अधिक की बिकी होती थी.
पूरा अप्रैल माह लॉकडाउन रहेगा. ऐसे में इस माह 120 करोड़ से अधिक का सर्राफा और इलेक्ट्रॉनिक्स का कारोबार बंद रहेगा. ऐसे में घर में बैठे कारेबारियों को भविष्य को लेकर चिंता सताने लगी है. बाजर में रौनक आये, फिलहाल इसका कोई विकल्प नहीं है.सता रही ब्याज की चिंता, वर्कर हो गये बेकारजिले की इलेक्ट्रॉनिक्स और सर्राफा दुकानों पर 10 हजार से अधिक वर्कर काम करते थे. लॉकडाउन के बाद दुकानों का ताला नहीं खुला है. बिक्री न होने से वर्कर शर्म से अपने मालिक से पैसा भी नहीं मांग रहे हैं. ऐसे में इनका चूल्हा तंगी में जल रहा है, वहीं कभी-कभार दिलदार दुकान मालिक कुछ मदद दे रहे हैं.
वहीं दूसरी ओेर दुकानदार भी परेशान हैं. होली के बाद आने वाले लगन को देखते हुए सर्राफा से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदार जेवर, फ्रीज, वाशिंग मशीन, एलइडी सहित इलेक्ट्राॅनिक सामान की जमकर खरीदारी कर ली गयी. कुछ महाजन से ब्याज लिये हैं तो कुछ ने सीसी एकाउंट से खरीदारी की हैं. इधर, दुकान बंद हैं और भविष्य को लेकर कुछ भी साफ नहीं है. ऐसे में दुकानदार लगने वाले ब्याज को लेकर परेशान हैं.क्या कहते हैं दुकानदारइस वैश्विक महामारी से पूरा देश परेशान है. कारोबार पर तो संकट छा ही गया है, जिसका कोई विकल्प किसी दुकानदार के पास नहीं है.
सीसी एकाउंट से पैसा लेकर अधिकतर दुकानदार कारोबार करते हैं. इसका ब्याज बढ़ रहा है. सरकार को इसमें भी कुछ छूट दिलवानी चाहिए.फोटो-52 कृष्ण्कांत गुप्ता, ज्वेलर्सआने वाले लगन को देखते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की खरीदारी कर ली गयी. दुकान खुलने की उम्मीद नहीं है. ऐसे में पूंजी तो फंसी ही है, ऊपर से ब्याज का भी बोझ बढ़ते जा रहा है. कारोबारियों की आर्थिक तंगी से उबरने के लिए सरकार को योजना बनानी चाहिए.फोटो-51 चंदन कुमार, इलेक्ट्रॉनिक्स एजेंसी संचालक
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.