राजेश पांडेय, कुचायकोट: लखनऊ से सिलीगुड़ी जा रही कार से तीन करोड़ रुपये की खेप जब्त होने के साथ ही सुरक्षा एजेंसियो का कान खड़े हो गये हैं. नोट के कालाधान होना मानकर जांच शुरू की गयी है. नोटों का तार हवाला कारोबार से जुड़ने की संभावना को खंगाला जा रहा है. नोट के पूर्वोत्तर के स्टेट में जाना खतरनाक हो सकता है.
बीकानेर के रहने वाले युवकों के द्वारा नोट का ले जाना भी संदिग्ध माना जा रहा. नोट अगर एक नंबर का रहता, तो उसे कार की डिक्की में तहखाने में छिपाकर ले जाने की जरूरत नहीं पड़ती. आज ऑनलाइन ट्रांजैक्शन किया जा सकता था. नोट की खेप ले जाने के पीछे की मंशा को पुलिस खंगाल रही है. खुफिया एजेंसियां भी अपने स्तर से जांच में जुटी है.
Also Read: नीतीश कुमार पर हमले का प्रयास करने वाला लड़का कौन है? जानिये कार्रवाई को लेकर सीएम ने क्या दिये निर्देश
उधर, नोटों की बरामदगी के बाद आनन-फानन में एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार, एसडीपीओ संजीव कुमार, कुचायकोट थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घंटों मुजफ्फरपुर से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों का इंतजार किया. इस दौरान आयकर विभाग के डिप्टी डायरेक्टर करौल मिस्त्री, इंस्पेक्टर संदीप कुमार, शंभु कुमार, कुचायकोट सीओ उज्ज्वल चौबे के नेतृत्व में नोटों की गिनती शुरू हो गयी. इस दौरान स्टेट बैंक से नोटों की गिनती के लिए मशीन मंगायी गयी. देर शाम को नोटों की गिनती का काम शुरू हो गया.
बीकानेर के रहने वाले लखनऊ के कारोबारी युगल किशोर शर्मा को नोटों का साक्ष्य लेकर आने को कहा गया है. नोटों का साक्ष्य अगर नहीं मिला, तो आयकर विभाग के निर्देश के अनुरूप पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी. पुलिस की टीम द्वारा वैकवर्ड-फाॅरवर्ड लिंकेज को खंगाला जा रहा है. यूपी से आने नोटों की दूसरी खेप मिलने से यूपी से आने वाली नोटों की दूसरी खेप एक माह के भीतर मिलने से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया.
शराब की जांच में ही श्रीपुर पुलिस ने भी छह मार्च रविवार को ही 1.49 करोड़ की खेप जब्त की थी. अब रविवार को पुन: तीन करोड़ की राशि मिलने के पीछे विधान पर्षद चुनाव में खर्च करने के लिए मंगाये जाने की इनपुट पर भी प्रशासन जांच कर रही है. प्रशासन के अधिकारी कुछ भी बताने से फिलहाल परहेज कर रहे हैं.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan