बिहार के गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाने के अहियापुर गांव में इन्वर्टर की बैटरी में डालने के लिए रखे गये एसिड को आठ साल का बच्चा पानी समझ कर पी लिया. बैटरी का पानी पीते ही बच्चे की पेट फुल गयी और उसकी हालत लगातार बिगड़ने लगी. आनन-फानन में परिजनों ने बीमार बच्चे को बेहोशी की हालत में सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया है, जहां डॉक्टरों की टीम बच्चे की इलाज में जुट गयी. पीड़ित बच्चे शाहनवाज आलम है, जो असलम मियां का आठ वर्षीय पुत्र बताया जाता है.
परिजनों ने बताया कि घर में मुहर्रम को लेकर साफ-सफाई चल रही थी. पूरा परिवार त्योहार की तैयारी में जुटा हुआ था. इसी बीच किसी ने बैटरी में डालने के लिए तेजाब वाला पानी घर पर लाकर रख दिया. घर के सदस्यों ने बैटरी में पानी डालकर बचे हुए पानी को वहीं कमरे में छोड़ दिया. खेलते-खेलते शाहनवाज को प्यास लगी और वह बैटरी वाले पानी गटक गया. इसके बाद कमरे में ही बेहोश होकर गिर पड़ा. आनन-फानन में बच्चे को लेकर परिजन सदर अस्पताल में पहुंचे. इलाज के बाद बच्चे की हालत में सुधार होने की बात बतायी जा रही है. इस घटना के बाद आसपास में अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
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वहीं सदर अस्पताल में बीमार बच्चे को लेकर परिजन पहुंचे, तो चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सनाउल मुस्तफा ने पीड़ित परिवार और वहां मौजूद लोगों से अपील करते हुए कहा कि ऐसे पदार्थ को छोटे-छोटे बच्चों से दूर रखना चाहिए. बड़ों की लापरवाही बच्चे पर भारी पड़ जाती है. उन्होंने कहा कि इसके पहले भी ऐसे कई केस सदर अस्पताल में आ चुके हैं. बच्चों के माता-पिता को इस पर ध्यान देना होगा, नहीं तो बच्चे की जान भी जा सकती है.