गोरखपुर. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर में है. आज उनके दौरे का दूसरा दिन है. रविवार को अपने दौरे के दूसरे दिन शाम करीब 4:30 बजे भगवान श्री झूलेलाल मंदिर का मुख्यमंत्री के हाथों उद्घाटन होगा. जिसको लेकर झूलेलाल समिति के लोगों ने तैयारी लगभग पूरी कर ली है. भगवान झूलेलाल मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा शनिवार को शुरू हो गई है और सुबह और शाम पूजा की गई.
गोरखनाथ मंदिर से महज 100 से 150 मीटर के दूरी पर झूलेलाल मंदिर स्थित है. गोरखनाथ –सोनौली रोड के फोर लेन होने पर मंदिर का कुछ हिस्सा उसमें आ गया था. जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर पुरानी मंदिर के सामने ही फोरलेन के पास ही नए मंदिर के लिए जमीन उपलब्ध कराएगी गई. करीब 3 वर्ष में भगवान श्री झूलेलाल का नवीन मंदिर बनकर तैयार हो चुका है. रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका उद्घाटन करेंगे.
सात दशक पूर्व शरणार्थी के रूप में गोरखपुर आए सिंधी समाज के लोगों का गोरक्षपीठ से गहरा आत्मीय रिश्ता है. नवनिर्मित श्री झूलेलाल मंदिर का उद्घाटन कर गोरक्ष पीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस रिश्ते को और भी मजबूत करेंगे. गोरखपुर का सिंधी समाज गोरक्षपीठ को संरक्षक मानता है. विस्थापन के बाद गोरखपुर आए इस समाज के लोगों को बसाने व उनके माथे से शरणार्थी का दंश मिटाने में तत्कालीन गोरक्ष पीठाधीश्वर ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
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उनके बाद ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ और वर्तमान में पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ सिंधी समाज के साथ पूरी तत्परता से खड़े रहते हैं. रविवार को श्री झूलेलाल जी की नवीन मंदिर का उद्घाटन होना है और यह कुछ खास इसलिए है कि इसी दिन सिंधी समाज के लिए 40 दिवसीय चालीहा पर्व (जो 16 जुलाई से 25 अगस्त तक मनाया जाएगा) का शुभारंभ भी हो रहा है. श्री झूलेलाल जी के मंदिर का उद्घाटन होने से गोरखपुर के सिंधी समाज के लिए इस बार का चालीहा पर्व अविस्मरणीय होगा.
शनिवार की शाम को मुख्यमंत्री ने तारामंडल रोड स्थित क्षत्रिय भवन प्रताप सभागार में महाराणा प्रताप के अश्वरोही प्रतिमा का अनावरण किया था. जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को एनेक्सी भवन के सभागार में पार्षद और अधिकारियों के साथ बैठक कर ‘स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में’ गोरखपुर को उत्कृष्ट बैंक बनाने का लक्ष्य दिया है. इसके लिए उन्होंने वार्ड स्तर पर जागरूकता के वृहद कार्यक्रम चलाने का मंत्र दिया. सभी जनप्रतिनिधियों को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आह्वान भी किया है.
मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण के सर्वे की तैयारी अभी से कर ली जाए. लोगों को जागरूक करने के लिए महानगर के सभी 80 वार्डों में जागरूकता रैली निकाली जाए. जिसमें पार्षद ,सांसद, विधायक एवं अन्य जन प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए. मुख्यमंत्री ने नगर आयुक्त से कहा कि प्रभारी मंत्री के नेतृत्व में जनपद स्तरीय जागरूकता रैली भी निकाली जाए.इसके साथ ही वार्ड वार होर्डिंग्स, बैनर आदि लगाकर भी लोगों को जागरूक किया जाए.
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मुख्यमंत्री ने नगर आयुक्त को निर्देशित करते हुए कहा कि बेसहारा पशुओं को नियंत्रित करने तथा शहर को पूरी तरह साफ सुथरा रखने की मुकम्मल कार्य योजना बनाई जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि महापौर, सांसद, विधायक ,नगर आयुक्त और स्थानीय पार्षद अपने क्षेत्रों के रेगुलेटर का निरीक्षण करें. उन्होंने विधायक और जिलाधिकारी से कहा कि तर्कुलानी रेगुलेटर का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित कर लें. किसी भी हालत में शहर में जलभराव की स्थिति ना आने पाए.
रिपोर्ट- कुमार प्रदीप, गोरखपुर