Gorakhpur News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के कमिश्नर कार्यालय में विकास कार्य और कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक की. दोबारा सीएम बनने के बाद उनकी यह पहली समीक्षा बैठक थी, जिसमें गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महराजगंज के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के साथ ही गोरखपुर के सभी विधायक भी मौजूद रहे.
गोरखपुर मंडल में 100 दिन के अंदर 228 परियोजनाएं पूरी होनी हैं, जिनकी कुल लागत 2022.48 करोड़ है. 100 दिन के बाद की कुल 73 परियोजनाएं हैं, जिनकी लागत 3270.75 करोड़ है. कुल 301 परियोजनाएं हैं, जिनकी कुल लागत 5201.14 करोड़ है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को 100 दिन के अंदर पूर्ण किये जाने वाले कार्यों को लेकर विशेष दिशा निर्देश दिए.
कानून व्यवस्था को लेकर भी सीएम योगी ने अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये और धीमी प्रगति पर कुछ अधिकारियों की क्लास भी ली. सीएम ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि स्थानीय स्तर पर ही लोगों के कार्य करा दिया जाएं, ताकि लोग न्याय के लिए भटकते नजर ना आएं.
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समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए गोरखपुर मंडलायुक्त रवि कुमार ने बताया कि आज मुख्यमंत्री द्वारा गोरखपुर मंडल के चारों जिले की समीक्षा बैठक की गई. इसमें जो परियोजनाएं पिछले वर्ष से चल रही थी और आगे 100 दिन के अंदर जो हम लोगों को कार्य करना है, इस बारे में सभी जिला अधिकारियों ने अपना प्रजेंटेशन दिया है. इसके साथ ही जो सेंट्रल गवर्नमेंट और स्टेट गवर्नमेंट की स्कीम है, उसके बारे में भी समीक्षा की गई है. इसके साथ हम लोग क्या कुछ नया चीज कर सकते हैं. इसके बारे में जिलाधिकारी और कप्तान के द्वारा प्रेजेंटेशन दिया गया है.
इस समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो विकास कार्य और योजनाएं चल रही हैं, उसको त्वरित तरीके से करने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिए हैं. विकास कार्यों में पारदर्शिता रखने के लिए और करप्शन रोकने के लिए उन्होंने मार्गदर्शन दिया है. हम लोग उसी तहत कार्यवाही करेंगे. उन्होंने जो भी दिशा-निर्देश दिए हैं, हम लोग उसका अनुपालन करेंगे,
गोरखपुर कमिश्नर रवि कुमार ने बताया कि तीन घंटे चले इस समीक्षा बैठक में पहले चारों जिले के जिलाधिकारी ने अपना प्रेजेंटेशन दिया. उसके बाद चारों जिले के कप्तान ने अपना प्रेजेंटेशन दिया और जो जिले के जनप्रतिनिधि हैं, उनके द्वारा भी सुझाव और अपनी बात रखी गई है. इसी वजह से तीन घंटे तक यह बैठक चली है.
रिपोर्ट- कुमार प्रदीप