11.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Gorakhpur News: कानपुर के व्यापारी की मौत मामले में गोरखपुर पहुंची CBI, इन स्थानों पर होगी जांच

कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की मौत की जांच के मामले में सीबीआई 11 नवंबर की देर रात गोरखपुर पहुंच गई. टीम, होटल और रामगढ़ ताल थाने से साक्ष्य संकलन में जुट गई है.

Gorakhpur News: गोरखपुर के रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र के कृष्णा पैलेस होटल में मनीष गुप्ता की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के मामले की जांच लगातार जारी है. सीबीआई ने अपनी जांच आगे बढ़ाते हुए अब गोरखपुर में डेरा डाला है. सीबीआई 11 नवंबर की देर रात गोरखपुर पहुंची. इस दौरान वह होटल और रामगढ़ ताल थाने से साक्ष्य संकलन में जुट गई है.

सीबीआई की 6 सदस्यीय टीम ने एफआईआर कॉपी के साथ थाना परिसर में खड़ी पुलिस जीप का भी निरीक्षण किया. गोरखपुर आने से पहले सीबीआई ने रामगढ़ ताल पुलिस को नोटिस भेजकर केस को अपने हाथ में लेने की की सूचना दी थी. शुक्रवार को सीबीआई होटल से लेकर मेडिकल कॉलेज तक कई स्थानों पर जांच करेगी. इस दौरान केस से संबंधित लोगों से जानकारी जुटाई जाएगी.

क्या था पूरा मामला

दरअसल, गोरखपुर के कृष्णा पैलेस होटल में कानपुर के व्यवसायी मनीष गुप्ता की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी. 27 अक्टूबर की रात कानपुर के मनीष गुप्ता की मौत के बाद उनकी पत्नी मीनाक्षी की ओर से रामगढ़ ताल थाने पर तैनात इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह दारोगा, अक्षय मिश्रा सहित छह पुलिस वालों पर हत्या का आरोप लगाया गया था. फिलहाल, सभी आरोपी जेल में हैं.

Also Read: Manish Gupta death case : मनीष गुप्ता की मौत मामले में NHRC ने गोरखपुर डीएम और एसएसपी के खिलाफ दर्ज की FIR
सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई

इसके अलावा, शुक्रवार को ही सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होने वाली है. हालांकि, इसके पहले सीबीआई ने गोरखपुर पहुंच कर अपनी जांच शुरू कर दी है.

Also Read: Manish Murder Case: घटना की रात गोरखपुर के होटल के कमरे में क्या हुआ? यहां पढ़ें अब तक की सिलसिलेवार रिपोर्ट
जानिए पूरा घटनाक्रम

  • 27 सितंबर को संदिग्ध परिस्थिति में मनीष गुप्ता की मौत हो गई.

  • 28 सितंबर को इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह अक्षय मिश्रा सहित छह पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज किया गया.

  • 29 सितंबर से पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी.

  • 30 सितंबर को मामले की विवेचना क्राइम ब्रांच गोरखपुर को सौंपी गई.

  • 1 अक्टूबर को यह केस कानपुर एसआईटी को ट्रांसफर कर दिया गया.

  • 2 अक्टूबर को एसआईटी ने गोरखपुर पहुंच अपनी जांच शुरू कर दी.

  • 4 अक्टूबर को सभी आरोपियों के खिलाफ 1-1 लाख के इनाम की घोषणा की गई.

  • 10 अक्टूबर को प्रभारी निरीक्षक जगत नारायण सिंह और अक्षय मिश्रा को रामगढ़ ताल पुलिस ने गिरफ्तार किया.

  • 2 नवंबर को सीबीआई लखनऊ की टीम ने मुकदमा दर्ज किया.

  • 11 नवंबर की रात सीबीआई के 6 सदस्य टीम गोरखपुर पहुंची और जांच शुरू कर दी.

रिपोर्ट- अभिषेक पांडेय

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें