Gorakhpur: प्रदेश के जनपद देवरिया जिले में चार दिन पहले अगवा छात्र की हत्या कर फेंका शव नाले के किनारे झाड़ियों से बरामद हुआ है.परिजनों के मुताबिक अपहरणकर्ताओं ने मृतक के पिता के मोबाइल पर फोन पर फिरौती मांगी थी. इस मामले में पुलिस ने मृत छात्र के फूफा और फूफेरे भाई को गिरफ्तार किया है.
मृतक 14 वर्षीय छात्र रोशन देवरिया जिले की इकौना थाना क्षेत्र की बकरुवा गांव का निवासी था. वह छपरा खुर्द स्थित एक निजी स्कूल में हाई स्कूल का छात्र था. वह बुधवार को साइकिल से पढ़ने के लिए घर से निकला. उसके बाद से वह घर नहीं पहुंचा. परिजनों ने गुरुवार की शाम तक काफी खोजबीन की. इसके बाद पुलिस को घटना की तहरीर दी.
पुलिस ने पिता की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध अपहरण का मुकदमा दर्ज कर दिया. इसी दौरान पिता के मोबाइल पर गुरुवार को एक लाख फिरौती मांगने का मैसेज आया. साथ ही रकम अदा न करने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी गई. परिजनों ने पुलिस को पूरे मामले से अवगत कराया. इसके बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई.
पुलिस को वारदात में परिवार के लोगों के शामिल होने का शंक हुआ. इसके आधार पर उसने तफ्तीश को आगे बढ़ाया. इस दौरान पता चला कि फुफेरा भाई धर्मेंद्र भी छात्र रोशन के साथ रहता था. वह भी घटना के दिन से गायब है. परिजन पहले से उस पर शक जता रहे थे. इसके बाद पुलिस ने दबिश देते हुए गोरखपुर जिले के बड़हलगंज कोतवाली क्षेत्र के सीधे गौर निवासी रोशन के फूफा सौदागर यादव को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की तो पूरा सच सामने आ गया.
पूछताछ में पता चला कि चार दिन पहले अगवा छात्र की गला कस कर हत्या कर दी गई थी और यह हत्या उसके अपने फुफेरी भाई ने की थी. उसने अपने पिता की मदद से शव को ठिकाने भी लगा दिया था. हत्या की वजह में सामने आया कि फुफेरे भाई का रिश्ते की एक महिला से अवैध संबंध था और छात्र ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था. भंडाफोड़ होने के डर से फूफेरे भाई ने हत्या की योजना बनाई और छात्र को मोबाइल देने के बहाने बुलाया और फिर रुमाल से गला कसकर हत्या कर दी.
हालांकि वारदात के खुलासे को लेकर पुलिस अधिकारी खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं. पुलिस रोशन यादव के अपहरण और हत्या जैसे मामले पर चुप्पी साधे रही. इस मामले में पुलिस का कोई अधिकारी सवालों के जवाब नहीं देने आया. हत्या किस दिन हुई, शव को कब और कैसे ठिकाने लगाया गया. हत्या के समय धर्मेंद्र अकेला था तो पिता कब शामिल हुआ. वहीं मृतक के पिता से फिरौती किस नंबर से मांगी गई और वह मोबाइल किसका था, अभी तक ऐसे कई ऐसे सवाल हैं, जिन्हें लेकर पुलिस जवाब नहीं दे रही है.