Gorakhnath Temple Attack: गोरखनाथ मंदिर में रविवार की शाम पीएसी के जवानों पर हमला करने का आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी कि घर पर पुलिस का पहरा है. गोरखनाथ मंदिर गेट पर हुई घटना के बाद से रविवार की देर रात तक एटीएस के साथ ही जिले के पुलिस अधिकारियों ने मुर्तजा के पिता ,चाचा समेत पांच लोगों से पूछताछ की. अभी भी मुर्तजा के घर और हॉस्पिटल पर मिलने आने वाले लोगों पर पुलिस और एटीएस की नजर बनी हुई है. मुर्तुजा के पिता की माने तो उनके बेटे की तबीयत ठीक नहीं रहती है और बचपन से ही उसे घबराहट होती है. मुर्तजा के पिता का कहना है कि वर्ष 2017 से ही अहमदाबाद की एक न्यूरोलॉजिस्ट से उसका उपचार चलता है.
हालांकि अभी तक पुलिस की जांच में उसके बीमार होने और उपचार की पुष्टि नहीं हुई है. मुर्तुजा के पिता मुनीर प्रयागराज सिविल कोर्ट में प्रैक्टिस कर चुके हैं. मीडिया से बात करते हुए मुर्तजा के पिता मुनीर ने बताया कि मेरे बेटे की पुरानी हिस्ट्री है. उसे हरदम घबराहट होती थी और यह शुरू से ही डिप्रेशन का पेशेंट रहा है और हम लोग उसकी मानसिक स्थिति को समझ नहीं पाए. मुर्तुजा बचपन से ही पढ़ने में तेज था जिससे हम लोग को यह लगता था कि वह स्वस्थ है, लेकिन इसे अंदरूनी दिक्कत शुरू से थी. मुर्तुजा का सलेक्शन आईआईटी मुंबई में हुआ था लेकिन वहां भी यह रुकता नहीं था घर चला रहा था.
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मुर्तजा के पिता मुनीर ने बताया कि 2017 में इसे छह-सात दिन तक नींद नहीं आई हम लोग वहां से हट गए थे. गोरखपुर चले आए थे वापस जब हम लोग वहां गए तो उसने बताया कि हम 6 – 7 दिन से नींद नहीं आ रही है ,उसके बाद इसे वही लोकल डॉक्टर से दिखाया गया जिसके बाद यह ठीक हो गया था. 10 अप्रैल 2018 को दोबारा इनको एक तरह से पागलपन का दौरा पढ़ा था उस समय उनकी उम्र 25 वर्ष थी.
ओरोपी के पिता का ये भी कहना हा कि डॉक्टर इसका इलाज करते थे इसका रौद्र रूप देखकर वह घबरा गए थे फिर इन्होंने उसे दूसरे मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया जहां पर इनका इलाज चला. लेकिन इनके पिता का यह भी कहना है कि जब जाकर उनसे पूछा गया कि इनको क्या दिक्कत है तो उन्होंने कहा कुछ पता नहीं चल पा रहा है इनको दिक्कत क्या है. जब मीडिया ने मुर्तुजा के पिता मुनीर से यह सवाल किया कि गोरखनाथ मंदिर जाने की क्या जरूरत पड़ गई तब उन्होंने कहा कि उसे सुसाइड करना था. उसके पिता ने कहा कि यहां 2 लोग आए थे इस बात को उन्होंने नहीं बताया कि कौन 2 लोग आए थे. जिसकी वजह से वह दोबारा बीमार रहने लगा, हमारी रिटायर होने के बाद हम लोग मुंबई से गोरखपुर वापस चले आए और मुर्तुजा को भी साथ लेकर आए उसे भी हम लोग छोड़ नहीं सकते थे इसलिए कि उसका दिमाग की हालत ठीक नहीं था.
मुर्तुजा के पिता ने कहा कि एटीएस के लोग घर पर आए थे और वह बात कह रहे थे कि 36 लाख का कोई मामला है, लेकिन वह पूरा मामला हम लोगों को नहीं बता रहे हैं, मृतका के पिता ने एटीएस के ऊपर यह आरोप लगाया कि एटीएस के लोग घर पर आए भाई साहब से मुलाकात की लेकिन उन्होंने नोटिस हम लोगों को न दिखाई नहीं दिया. वह लोग भाग गए. मुर्तुजा के पिता मुनीर ने कहा कि एटीएस के घर के आने के बाद हमारा लड़का मुर्तुजा इस बात से घबरा गया और वह कह रहा था कि मैं भाग जाऊंगा.
इस सवाल पर की वह मंदिर क्यों गया था इस पर मुनीर ने कहा कि मंदिर हाई सिक्योरिटी जोन है और जो आप देख रहे हैं वही हुआ उसके बाद. आपको बता दें मुर्तुजा एक भाई और एक बहन है जिसमें मुर्तुजा छोटा है. बड़ी बहन का शादी हो चुका है मुर्तुजा की शादी तय हो चुकी थी. तय होने के बाद मुर्तुजा बीमार पड़ गए जिसके बाद हम लोगों ने लड़की के घर पर बता दिया. जिसके बाद से इनकी शादी टूट गई थी. मुर्तजा ने आईआईटी बॉम्बे से केमिकल इंजीनियर की पढ़ाई की थी.
रिपोर्ट – प्रदीप तिवारी