Gorakhpur News: दिवाली के बाद से ही गोरखपुर शहर की हवा में जहर घुलने लगा है. शहर का एक्यूआई (AQI) ढाई सौ से पार पहुंच गया है. ऐसे में अब प्रदूषण पर नियंत्रण पाने की जद्दोजहद में प्रशासन भी लग गया है. हालांकि 2 दिन पहले शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 190 था, लेकिन दिवाली के अगले दिन इसमें तेजी से इजाफा हुआ है.
गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पर गोरखपुर की हवा की गुणवत्ता जांची जाती है. यहां का वर्तमान एक्यूआई 290 तक पहुंच चुका है, जोकि हवा की खराब स्थिति को दर्शाता है.
बता दें कि एक्यूआई को इसकी रीडिंग के आधार पर 6 कैटेगरी में बांटा गया है.
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0 और 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा.
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51 और 100 के बीच संतोषजनक.
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101 और 200 के बीच मध्यम.
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201 और 300 के बीच खराब.
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301 और 400 के बीच बेहद खराब.
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401 से 500 के बीच गंभीर श्रेणी में माना जाता है.
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गोरखपुर के चिकित्सक डॉ बीके सुमन के मुताबिक, जिन्हें सांस लेने में तकलीफ होती है. वह इस दौरान नियमित भाप लें और दमा के मरीज अपना इनहेलर अपने साथ रखें. बाहर निकलते वक्त मास्क जरूर लगाकर निकले. किसी भी प्रकार की दवा को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
शहर की हवा पहले से ही 200 लेवल तक पहुंच चुकी थी. हर साल 15 नवंबर तक शहर की हवा में प्रदूषण का लेवल बड़ा रहता है. जोकि गेहूं की बुवाई के बाद धीरे-धीरे समाप्त होने लगता है. क्योंकि इस वक्त में किसान अपने खेत में पराली जलाते हैं. ऐसे में प्रशासन के द्वारा उनको ऐसा ना करने के लिए प्रतिबंध भी लगाया जाता है और जागरूक भी किया जाता है.
रिपोर्ट- अभिषेक पांडेय