गोरखपुर. मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर के पूर्व छात्र वारिस प्रताप चतुर्वेदी कैंब्रिज विश्वविद्यालय इंग्लैंड के छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष बने है. कैंब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव में विश्वविद्यालय और उससे संबंधित महाविद्यालयों के विद्यार्थी वोट देते हैं. विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को मिलाकर कुल 22000 विद्यार्थी हैं, जिनमें तीसरी बड़ी जनसंख्या भारतीय छात्रों की है. भारतीय विद्यार्थियों की संख्या वहां दो हजार है.
भारतीय छात्रों ने इंग्लैंड के कैंब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव में अपना परचम लहराया है. गोरखपुर मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र वारिस प्रताप चतुर्वेदी कैंब्रिज विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर विजय हासिल की है. वारिस प्रताप चतुर्वेदी मूल रूप से फर्रुखाबाद के रहने वाले हैं और इनके पिता शिव कुमार चतुर्वेदी एक किसान है और माता मंजू हाउस वाइफ है. देश में लागू हो रहे राष्ट्रीय शिक्षा नीति को वारिस बड़ा बदलाव मान रहे हैं. उनकी माने तो वोकेशनल कोर्स को नियमित रूप देकर विद्यार्थियों के लिए देश ही नहीं दुनिया भर में रोजगार के और बेहतर विकल्प मिलने लगेगा.
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वारिस प्रताप चतुर्वेदी की माने तो चुनाव में विद्यार्थियों से जुड़ी कई अकादमिक समस्याओं, श्वेत और अश्वेत समानता औपनिवेशिक मानसिकता की समाप्ति के अलावा उन्होंने सबका साथ सबका विकास की तर्ज पर सबके लिए सबकछ को प्रमुख मुद्दा बनाया है. जिस पर उन्हें विद्यार्थियों का समर्थन मिला है और उनकी जीत सुनिश्चित हुई है.
रिपोर्ट- कुमार प्रदीप, गोरखपुर