Gujarat Election 2022: गुजरात में इस साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव में हार्दिक पटेल को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रमुख चेहरों में एक बताया जा रहा है. यहां बताते चलें कि 18 मई, 2022 को हार्दिक पटेल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और बाद में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर लिया. बताया जा रहा है कि हार्दिक पटेल के बीजेपी में शामिल होने से पार्टी को गुजरात विधानसभा चुनाव में फायदा मिल सकता है.
20 जुलाई, 1993 को अहमदाबाद के वीरमगाम में जन्मे हार्दिक के पिता भारत पटेल एक कारोबारी थे. उनकी मां का नाम उषा पटेल है. हार्दिक की शुरुआती पढ़ाई वीरमगाम से हुई. बाद में वे अपने पिता के कारोबार में उनकी मदद करने लगे. 2010 में हार्दिक पटेल ने अहमदाबाद से बी-कॉम की पढ़ाई पूरी की. कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही हार्दिक पटेल ने छात्र संघ के महासचिव पद के लिए चुनाव लड़ा और निर्विरोध चुने भी गए.
हार्दिक पटेल (28 वर्षीय) पाटीदार समुदाय के बड़े नेता हैं. उन्होंने इस समुदाय को ओबीसी में शामिल कराने की मांग को लेकर किए बड़ा आंदोलन किया था. हार्दिक पटेल ने 9 सितंबर, 2015 को पटेल नवनिर्माण सेना का गठन किया था. जिसका मकसद कुर्मी-पाटीदार और गुर्जर समुदाय को ओबीसी में शामिल करना तथा उन्हें सरकारी नौकरियां दिलाना था. बाद में आंदोलन के दौरान हार्दिक पटेल पहली बार सुर्खियों में आए थे. 12 मार्च, 2019 को हार्दिक पटेल कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए और 16 महीने में वह गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी हो गए. हालांकि, इसी वर्ष मई महीने में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और फिर बीजेपी में शामिल हो गए.
उल्लेखनीय है कि गुजरात में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में पटेल फैक्टर को काफी अहम माना जाता है. सभी छोटे-बड़े सियासी दल पटेल समाज को अपनी ओर खींचने की हरसंभव कोशिश करते हैं. दरअसल, आंकड़ों पर गौर करे तो गुजरात में पटेल समाज की आबादी करीब डेढ़ करोड़ है, जो कुल आबादी का करीब 15 फीसदी है. आंकड़े बताते है कि गुजरात की कुल 182 सीटों में से 70 सीटों पर पाटीदार समाज का प्रभाव है. ऐसे में गुजरात में बीजेपी और कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी पाटीदार समीकरण को अपने पाले में करने की कोशिश में जुटी है. कहा जा रहा है कि गुजरात में अपने प्रदर्शन को बेहतर करने के लिए पार्टियों द्वारा ऐसा किया जा रहा है.